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कोरोना वायरस: छींकने, खांसने वालों से 10 फीट दूर रहें, अभी तक नहीं है कोई टीका लेकिन घबराने की जरुरत नहीं

Updated Mar 05, 2020 | 18:48 IST

Research on corona virus : चीन के बाद भारत में कोरोना वायरस तेजी से फैल रहा है। इसी बीच सीनियर रिसर्चकर्ता ने कहा कि घबराने की जरुरत नहीं है लेकिन करना होगा ये काम।

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तस्वीर साभार:&nbspPTI
कोरोना वायरस को लेकर शोधकर्ता ने कहा कि 5 में 4अपने आप ठीक हो जाते हैं

नई दिल्ली : कोरोना वायरस से संक्रमित 5 में से 4 लोग अपने आप ठीक हो जाते हैं और फिलहाल भारत के लोगों को वायरस के फैलने को लेकर घबराने की जरूरत नहीं है। पिछले साल रॉयल सोसाइटी ऑफ लंदन की सदस्य चुनी गईं पहली भारतीय महिला वैज्ञानिक और क्रिश्चयन मेडिकल कॉलेज की प्रोफेसर गगनदीप कांग ने पीटीआई को दिए साक्षात्कार में यह बात कही। कांग ने कहा कि बीमारी की जांच भी सलाह दिए जाने के बाद ही करवानी चाहिए। भारत में भी कोरोना वायरस संक्रमण के मामले बढ़कर 30 हो गए हैं, जिनमें 16 इटली के पर्यटक भी शामिल हैं।

केवल 'पेरासिटामोल' जैसी दवाएं ही काफी
कोरोना को लेकर गगनदीप ने कहा कि इस समय सभी उपचार कारगर नहीं हैं लेकिन ये मददगार हैं। उन्होंने कहा कि 5 में से 4 लोग अपने आप ही ठीक हो जाते हैं और ऐसे संक्रमितों को खांसी और बुखार के लिए केवल 'पेरासिटामोल' जैसी दवाएं ही काफी हैं। 

सांस लेने में तकलीफ होने पर तुरंत जाएं डॉक्टर के पास
कांग ने कहा कि पांचवें आदमी को डॉक्टर को दिखाने अथवा अस्पताल में भर्ती करवाने की जरूरत पड़ सकती है। अगर आपको सांस लेने में तकलीफ हो रही है तो आपको जल्द से जल्द डॉक्टर के पास जाना चाहिए।'

अपने चेहरे को छूने से बचें
उन्होंने कहा कि हर व्यक्ति को घबराने या चिंता करने की जरूरत नहीं है। हम हर दिन कई तरह के वायरस के संपर्क में आते हैं। अपने हाथों को अच्छे से धोएं और फर्श पर भी कीटाणुनाशक का पोछा लगाएं। अपने चेहरे को छूने से बचें। कोरोना वायरस (सीओवी) असल में वायरसों का एक बड़ा परिवार है, जिसके चलते सामान्य जुकाम से लेकर सांस संबंधी गंभीर परेशानी हो सकती है।

जांच के नतीजे आने में लगते हैं 12-24 घंटे 
दुनियाभर में 90,000 से ज्यादा लोगों को अपनी चपेट में लेकर 3000 से अधिक लोगों की जान लेने वाला कोरोना वायरस इससे पहले कभी नहीं देखा गया। नमूने लेने के बाद वायरस संक्रमण की जांच के नतीजे आने में करीब 12-24 घंटे का समय लगता है।

बुजुर्गों के लिए खतरा, बच्चों के लिए नहीं
कांग ने कहा कि इस समय देखने में आया है कि अन्य फ्लू के मुकाबले कोरोना से बच्चों में गंभीर बीमारी नहीं होती है। उन्होंने बताया कि ये वायरस बुजुर्गों या फिर ऐसे लोगों में जोकि हाई ब्लडप्रेशर, मधुमेह और हृदय संबंधित बीमारियों से ग्रसित हैं, के लिए खतरनाक है।

संदेह होने पर तुरंत डॉक्टर को बताएं
कांग ने इस बात पर जोर दिया कि अगर किसी को लगता है कि वह कोरोना वायरस के संपर्क में आया है तो उसे तुरंत जन स्वास्थ्य अधिकारियों को सूचना देनी चाहिए।

कोरोना वायरस के लिए अभी तक कोई टीका नहीं
उन्होंने बताया कि वतर्मान में इस बीमारी से लड़ने के लिए कोई टीका नहीं है लेकिन कई पर काम किया जा रहा है। अगर टीके को विकसित करने के प्रयास सही दिशा में जाते हैं तो अगले साल तक टीका तैयार किया जा सकता है।

छींकने, खांसने वालों से 10 फीट दूर रहें
कांग ने सलाह दी कि अगर आपको बुखार अथवा जुकाम है तो बेहतर होगा कि आप घर से ही काम करें। उन्होंने बताया कि छींकने और खांसने वाले लोगों से करीब 10 फीट की दूरी पर रहें।

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