- कोरोनोवायरस के 32 मामलों के साथ महाराष्ट्र देश का सबसे अधिक प्रभावित राज्य है
- महाराष्ट्र सरकार ने राज्य में सार्वजनिक सभाओं पर प्रतिबंध लगाया हुआ है
- शिवेसना नेताओं ने शिरड़ी में जूलूस निकाल सीएम उद्धव ठाकरे के आदेश की उड़ायी धज्जियां
मुंबई: कोरोनावायरस के खतरे के मद्देनजर महाराष्ट्र में बड़े समारोहों पर सरकार ने प्रतिबंध लगाया हुआ लेकिन इसके बावजूद भी शिवसेना कार्यकर्ताओं ने रविवार को शिरडी में एक बड़े जुलूस का आयोजनकिया। स्थानीय शिवसेना सांसद सदाशिव लोखंडे ने धर्मस्थल में एक धार्मिक जुलूस का नेतृत्व किया। इस कार्यक्रम का आयोजन ऐसे समय में किया गया है जब महाराष्ट्र में जानलेवा कोरोना वायरस के 32 मामले सामने आ चुके हैं और यह सबसे गंभीर रूप से प्रभावित राज्यों में से एक है। कोरोना को अब विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने महामारी घोषित कर दिया है।
राज्य की उद्धव ठाकरे सरकार द्वारा सार्वजनिक स्थानों जैसे मॉल और सिनेमा हॉल को बंद रखने का आदेश दिए जाने के कुछ घंटे बाद शिवसेना के कार्यकर्ताओं ने यह जुलूस निकाला। इस कार्यक्रम से साफ हो गया है कि शिवसेना कार्यकर्ताओं ने ही उद्धव ठाकरे के नियमों की धज्जियां उड़ाईं। इससे पहले 13 मार्च को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए सीएम उद्धव ठाकरे ने कहा था, "राज्य सरकार सभी निजी क्षेत्र की कंपनियों और नियोक्ताओं से आग्रह करती है कि यात्रा से बचने के लिए जहां भी संभव हो वहां घर से काम करने की अनुमति दें। यह रोकथाम का सरल लेकिन बहुत प्रभावी तरीका है। लोग भीड़भाड़ वाली जगहों पर जाने से बचें, समय-समय पर अपने हाथों को साबुन से धोएं। लोगों को दूर से नमस्कार करें।'
शिवसेना नेता नीलम गोरे ने कहा, 'कोरोनावायरस का खतरा दुनिया भर में फैल गया है। जब इस मुद्दे को विधानसभा में उठाया गया, तो मैंने सभी मीडिया प्रतिनिधियों को निर्देश दिया कि अस्पतालों के बाहर से खबर न प्रसारित करें, जहां कोरोनोवायरस रोगियों की सुरक्षा की जा रही है, क्योंकि इससे अन्य लोगों में संक्रमण फैलने की संभावना बढ़ जाती है।'
आपको बता दें कि महाराष्ट्र के औरंगाबाद शहर में रविवार को 59 वर्षीय एक महिला कोरोना वायरस से संक्रमित पाई गई है। इसके साथ ही राज्य में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या बढ़कर 32 हो गई है। स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक, 'महिला कोरोना वायरस से संक्रमित पाई गई है। वह रूस और कजाखस्तान की यात्रा करके लौटी थी। उसे औरंगाबाद में धूत अस्पताल में अलग रखा गया है।' शनिवार को महाराष्ट्र के अहमदनगर जिले के एक सरकारी अस्पताल से कोरोना वायरस के तीन संदिग्ध मरीज किसी को सूचित किए बिना भाग गए थे।