- कोरोना वायरस से फैली महामारी को ट्रैक करने के लिए कई प्रकार के एप्स और ट्रैकर्स बनाए गए हैं
- भारत सरकार ने हाल ही में आरोग्य सेतु नाम का एक एप लॉन्च किया है
- इसके अलावा आईआईटी के छात्रों ने भी कोरोना को ट्रैक करने के लिए कई मोबाइल एप्स बनाए हैं
कोरोना वायरस से फैली महामारी को ट्रैक करने के लिए कई प्रकार के एप्स और ट्रैकर्स बनाए गए हैं। भारत सरकार ने हाल ही में आरोग्य सेतु नाम का एक एप लॉन्च किया था जिससे कोरोना वायरस (COVID-19) के बारे में आम लोगों को जानकारियों से जागरुक किया जाएगा। यह ऐप किसी भी व्यक्ति को खुद से वायरस के खतरे को पकड़ने में मदद करेगा। यह एक मोबाइल एप है जो व्यक्ति की वर्तमान स्वास्थ्य-स्थिति का स्व-मूल्यांकन करने में उनकी सहायता करता है। सरकार के द्वारा लॉन्च किए जाने के बाद ही इस एप को करीब मिलियन से भी ज्यादा लोगों ने इसे डाउनलोड कर लिया।
बता दें कि केवल आरोग्य सेचु ही नहीं इसके अलावा अन्य कई कोरोना वायरस ट्रैकर एप लॉन्च किए गए हैं जो टेक्नोलॉजी के स्टूडेंट ने तैयार किए हैं। इन एप्स की खासियत भी अलग-अलग है। जानते है कोरोना वायरस ट्रैकर इन एप्स के बारे में-
GoCoronaGo
गोकोरोनागो नाम के इस एप को आईआईएससी बेंगलुरु के छात्रों ने मिलकर तैयार किया है। कोई व्यक्ति कोरोना संदिग्ध व्यक्ति के साथ समय गुजारा है ये एप उसकी पहचान करने में मदद करता है। यह उस व्यक्ति के पहले इस्तेमाल किए गए ब्लूटूथ व जीपीएस को ट्रैक कर ये बताता है कि वह कोरोना संदिग्ध व्यक्ति के साथ था। इससे कोरोना के खिलाफ देश की लड़ाई में एक बड़ी मदद मिल सकती है। आईआईएससी के फैकल्टी मेंबर तरुण रंभा ने ये बातें बताई। इसके अलावा ये सोशल डिस्टेंसिंग में भी मदद करता है।
Sampark-o-Meter
आईआईटी रोपक के बीटेक स्टूडेंट ने एक मोबाइल एप संपर्क-ओ-मीटर तैयार किया है। यह एप बताता है कि किस एरिया विशेष में सबसे ज्यादा संख्या में कोरोना मरीज हैं। यह मैप पर उन एरिया को इंडीकेट करता है जहां पर कोरोना संक्रमित सबसे ज्यादा हैं। इससे फायदा ये होगा कि लोग पहले से अलर्ट हो जाएंगे और यह एप उन्हें सेल्फ आइसोलेशन में जाने और डॉक्टर से भी संपर्क करने के लिए अलर्ट करता है।
CORONTINE
आईआईटी बॉम्बे के कुछ स्टूडेंट्स ने मिलकर कोरोंटाइन नाम का एक एप तैयार किया है जो कोरोना संदिग्ध के बारे में पहचान कर बताता है कि उसने तय समय से पहले ही क्वारंटीन पीरियड से बाहर निकल आया है। उससे खतरे को लेकर यह यूजर को अलर्ट करता है। यह एप अथॉरिटी को मदद करता है कि वह ऐसे लोगों पर नजर रखें और कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोके।