- कोरोना के केस फिर से बढ़ने के पीछे ओमिक्रॉन के सब-वैरिएंट्स BA.4 और BA.5 को बड़ी वजह माना जा रहा है।
- पिछले 24 घंटे में संक्रमण के 5,233 नए मामले सामने आए हैं।
- विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के मानक के अनुसार 5 फीसदी से ज्यादा पॉजिटिविटी रेट चिंताजनक स्थिति है।
Covid-19 Update: भारत में 93 दिन के बाद फिर से एक दिन में कोविड-19 (Covid-19) के पांच हजार से ज्यादा नए मामले सामने आए हैं। लगातार बढ़ते मामलों के बीच अब देश के 6 राज्यों के 28 जिले ऐसे हो गए हैं, जहां पर पॉजिटिविटी रेट (Positivity Rate) 5 फीसदी से ज्यादा हो चुका है। जो विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के मानक के अनुसार चिंताजनक स्थिति है। उससे भी ज्यादा चिंता की बिता यह है कि हर लहर की तरह इस बार भी महाराष्ट्र और केरल में सबसे ज्यादा मामले सामने आ रहे है। बुधवार को जारी आंकड़ों के अनुसार पिछले 24 घंटे में 5,233 नए मामले सामने आए हैं। इसके बाद देश में कोरोना का इलाज करा रहे मरीजों की संख्या पर 28,857 पर पहुंच गई है। पिछले 24 घंटे में सात और लोगों की मौत के बाद, देश में कोरोना से मरने वाले मृतकों की संख्या बढ़कर 5,24,715 हो गई है। जबकि संक्रमित होने वाली की संख्या 4,31,90,282 पहुंच गई है।
राज्य | कोविड-19 के सक्रिय मामले |
महाराष्ट्र | 8432 |
केरल | 8994 |
कर्नाटक | 2478 |
दिल्ली | 1534 |
तमिलनाडु | 927 |
Source: outbreakindia
इन 28 जिलों में सबसे ज्यादा पॉजिटिविटी रेट
स्वास्थ्य मंत्रालय से मिले आंकड़ों के अनुसार 31 मई से 6 जून के बीच देश के 6 राज्यों के 28 जिलों में पॉजिटिविटी रेट 5 फीसदी से ऊपर पहुंच गया है। इन राज्यों में महाराष्ट्र, केरल, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, गोवा और मिजोरम शामिल हैं। परेशान करने वाली बात यह है कि इस समय देश के 12 जिले ऐसे हैं, जहां पर पॉजिटिविटी रेट 10 फीसदी से ज्यादा है। यानी कि हर 100 व्यक्ति की जांच में 10 लोग कोविड-19 पॉजिटिव मिल रहे हैं। कोरोना के केस फिर से बढ़ने के पीछे ओमिक्रॉन के सब-वैरिएंट्स BA.4 और BA.5 को बड़ी वजह माना जा रहा है। ये दोनों वैरिएंट ओमिक्रॉन के सब-वैरिएंट्स हैं। जिसके मामले पहली बार तमिलनाडु और तेलंगाना में मिले थे।
देश में कोरोना की अब तक ऐसी रही है रफ्तार
अगल पिछली तीन लहरों को देखा जाय तो भारत में अब तक कोरोना की रफ्तार इस तरह रही है। देश में सात अगस्त 2020 को संक्रमितों की संख्या 20 लाख जो कि पांच सितंबर 2020 को 40 लाख से अधिक हो गई थी। इसी तरह संक्रमण के मामले 29 अक्टूबर 2020 को 80 लाख और 20 नवंबर को 90 लाख के पार चले गए थे। देश में 19 दिसंबर 2020 को ये मामले एक करोड़ से अधिक हो गए थे। जबकि 2021 में 4 मई को संक्रमितों की संख्या दो करोड़ और 23 जून 2021 को तीन करोड़ के पार पहुंच गई थी। और इस साल 26 जनवरी को मामले चार करोड़ के पर कर गए। इस दौरान महाराष्ट्र में 1,47,866, केरल में 69,801, कर्नाटक में 40,108, तमिलनाडु में 38,025, दिल्ली में 26,213, उत्तर प्रदेश में 23,523 और पश्चिम बंगाल में 21,205 मरीजों की मौत हुई है।
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क्या आ रही है चौथी लहर
पिछले कुछ दिनों में जिस तरह के संक्रमण के मामले बढ़े हैं कई राज्यों में पॉजिटिविटी रेट बढ़ा है, उससे चौथी लहर की आशंका बढ़ गई है। हालांकि इस बीच देश में 194 करोड़ कोविड-19 रोधी वैक्सीन डोज लगाई जा चुकी है। और प्रीकॉशन डोज भी बड़े पैमाने पर ली जा रही है। ऐसे में उम्मीद है कि संक्रमण के रफ्तार को नियंत्रित किया जा सकेगा।