- हरिद्वार महाकुंभ में आने वाले तीर्थयात्रियों को कोविड निगेटिव रिपोर्ट लाने की जरूरत नहीं
- उत्तराखंड के नए मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने दी जानकारी
- 30 अप्रैल तक चलेगा हरिद्वार में आयोजित कुंभ मेला
हरिद्वार: धर्मनगरी हरिद्वार में आयोजित महाकुंभ मेले में कोविड टेस्ट की निगेटिव रिपोर्ट ले जाने की बाध्यता को खत्म कर दिया गया है और इसकी जानकारी खुद उत्तराखंड के नए मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने दी है। मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद अपने पहले इंटरव्यू में टाइम्स ऑफ इंडिया से बात करते हुए तीरथ सिंह रावत ने बताया कि तीर्थयात्रियों को कुंभ मेले में आते समय कोविड की RTPCR रिपोर्ट लाने की आवश्यकता नहीं है।
नए सीएम ने कही ये बात
इससे पहले त्रिवेंद्र सिंह रावत वाली राज्य सरकार ने कुंभ में आने वाले तीर्थ यात्रियों के लिए आरटी-पीसीआर रिपोर्ट लाना अनिवार्य कर दिया था। तीरथ सिंह रावत ने कहा, 'कोविड निगेटिव रिपोर्ट लाने की बाध्यता हटाने का फैसला इसलिए लिया गया क्योंकि कुंभ के लिए हरिद्वार आने वाले लोगों के मन में इससे जुड़े भ्रम थे, इसलिए जरूरी था कि इन सभी संशयों को दूर कर दिया जाए।' उन्होंने कहा, 'कुंभ केवल 12 साल बाद होता है। हम नहीं चाहते कि लोग त्योहार का अनुभव करने से चूक जाएं।' रावत ने कहा कि आरटी-पीसीआर परीक्षण करना या नकारात्मक रिपोर्ट की जांच करना व्यावहारिक रूप से भी संभव नहीं था क्योंकि लाखों लोग प्रतिदिन कुंभ में आएंगे।
नहीं था अंदाजा
तीरथ सिंह रावत ने कहा, 'हम संतों, भक्तों, व्यापारियों और स्थानीय लोगों की खुशी चाहते हैं। हम यह सुनिश्चित करेंगे कि कोविड -19 मानदंडों का पालन किया जाए और कुंभ के लिए आवश्यक स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध हो। जब उनसे पूछा गया कि उन्हें सीएम पद की जिम्मेदारी देने का अंदाजा था, तो रावत ने कहा, 'मेरे पास कोई सुराग नहीं थे। जब केंद्रीय पार्टी के सदस्यों ने देहरादून में एक बैठक की, तो मैं भी दूसरों की तरह इसमें भाग लेने गया। मैं पार्टी नेतृत्व का शुक्रगुजार हूं।'