- 100 से 120 किमी की रफ्तार से हवा चलने की आशंका, आज महाराष्ट्र के तटीय इलाकों में दस्तक देगा निसर्ग तूफान
- महाराष्ट्र में रासायनिक और परमाणु संयंत्रों की हिफाजत पर जोर, कोविड 19 के मरीजों पर खास ध्यान
- महाराष्ट्र के साथ साथ किसी भी हालात से निपटने के लिए गुजरात तैयार, भारतीय नौसेना ने भी कसी कमर
मुंबई। कोरोना काल में महाराष्ट्र पर एक और आफत मंडरा रहा है जिसे निसर्ग तूफान का नाम दिया गया है। अरब सागर में उठा यह तूफान मुंबई के तटीय इलाकों से बुधवार को टकराएगा। लेकिन उसकी झलक मंगलवार को दिखाई दी। सीएम उद्धव ठाकरे ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि वो अगले दो दिन तक घरों के अंदर ही रहें। इसके साथ ही इंडिगो ने 17 फ्लाइट्स को कैंसिल कर दिया है। समंकदर एक से तीन मीटर तक ऊंची लहरें उठने की आशंका है लिहाजा लोगों से समंदर के करीब भी न जाने की सलाह दी गई है।
महाराष्ट्र के तटवर्ती इलाकों पर खास नजर
चक्रवाती तूफान को देखते हुए लोगों को सुरक्षित निकालने के लिए एनडीआरएफ की 10 टीमों को तटवर्ती इलाकों में तैनात किया गया है।एनडीआरएफ के 16 दलों में से 10 को चक्रवात के दौरान बचाव अभियान के लिए तैनात किया गया है , जबकि एसडीआरएफ की छह टीम को रखा है। महाराष्ट्र सरकार ने कोविड-19 को देखते हुए राहत और पुनर्वास कार्य के दौरान एहतियाती उपाय करने पर जोर दिया है। मुंबई के अलावा ठाणे, पालघर, रायगढ़, रत्नागिरी और सिंधुगिरि जिले में चेतावनी जारी की गई है।
लोगों को सुरक्षित जगहों पर जाने के निर्देश
मुंबई की झुग्गियों और विशेषकर निचले स्थानों में रहने वाले लोगों को वहां से चले जाने का निर्देश दिया गया है। जो अस्पताल कोविड-19 के मरीजों के लिए नहीं हैं उन्हें किसी आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहने के लिए कहा गया है। बिजली कटने से रोकने के लिए भी कदम उठा रही है और पालघर और रायगढ़ जिले में रासायनिक उद्योगों और नाभिकीय ऊर्जा संयंत्र के लिए भी एहतियात बरत रही है।
छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनल से बुधवार को सिर्फ 12 विमान उतरेंगे। ये 12 विमान, एयर एशिया इंडिया, एयर इंडिया, गो एयर और स्पाइस जेट के होंगे। इसके साथ ही जमीन पर किसी भी हालात से निपटने के लिए नवसारी में खास इंतजाम किये गए हैं।एनडीआरएफ की टीमों को खास जगहों पर तैनात किया गया है।
कोविड के मरीजों पर विशेष ध्यान
चक्रवात को देखते हुए बांद्रा कुर्ला परिसर में स्थित उसके कोविड केंद्र के लगभग 150 मरीजों को एहतियात के तौर पर अन्य स्थान पर स्थानांतरित कर दिया गया है। एमएमआरडीए ने बताया है कि निसर्ग चक्रवात का खतरा मुंबई पर है। कोविड-19 अस्पताल 80-100 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से हवाएं झेल सकता है लेकिन जिंदगी दांव पर है कि लिहाजा 150 मरीजों को दूसरे अस्पतालों में शिफ्ट किया जा रहा है.
गुजरात में भी ऐहतियात
गुजरात में प्रशासन ने चार तटीय जिलों से 78,000 लोगों को निकालने का काम शुरू कर दिया है। राहत आयुक्त हर्षद पटेल ने कहा कि एनडीआरएफ के 13 और एसडीआरएफ के छह दलों को विभिन्न स्थानों पर तैनात किया गया है। वलसाड, सूरत, नवसारी और भरुच जिले में रहने वाले 78,971 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है।समुद्र तट के किनारे रहने वालों के लिए एक राहत भरी खबर में आईएमडी ने कहा कि चक्रवात के गुजरात के तट से टकराने की संभावना नहीं है।हालांकि इसका प्रभाव तेज हवाओं और भारी बारिश के रूप में देखने को मिल सकता है।