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Amrit Mahotsav : पीएम मोदी बोले- अपने यहां नमक का मतलब, ईमानदारी, विश्वास और वफादारी है

Updated Mar 12, 2021 | 12:45 IST

Dandi March : 'अमतृ महोत्सव' कार्यक्रम के तहत अभय घाट के समीप एक विशेष प्रदर्शनी लगाई गई है। इस प्रदर्शनी में तस्वीरों, पत्रिकाओं अन्य संग्रहों को प्रदर्शनी के लिए रखा गया है।

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तस्वीर साभार:&nbspANI
साबरमती आश्रम में आजादी के जश्न का रंगारंग कार्यक्रम।
मुख्य बातें
  • अहमदाबाद से आज प्रतीकात्मक 'दांडी मार्च' की शुरुआत हो रही है
  • आजादी के 75वें साल को समर्पित कार्यक्रमों का पीएम ने उद्घाटन किया
  • साबरमती आश्रम में पीएम ने पापू की प्रतिमा पर पुष्प चढ़ाए, उन्हें नमन किया

अहमदाबाद : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को अहमदाबाद स्थित साबरमती आश्रम से प्रतीकात्मक 'दांडी मार्च' पदयात्रा को रवाना किया। 386 किलोमीटर लंबे इस 'दांडी मार्च' का समापन नवसारी जिले के दांडी में होगा। इस मौके पर पीएम ने आजादी की 75वीं वर्षगांठ को समर्पित 'अमृत महोत्सव' से जुड़े कई कार्यक्रमों का उद्घाटन किया। बता दें कि नमक के उत्पादन पर अंग्रेजों के एकाधिकार को समाप्त करने के लिए महात्मा गांधी ने 12 मार्च 1930 को 80 लोगों के एक समूह के साथ 24 दिनों की पदयात्रा की। 24 दिनों की इस पदयात्रा के दौरान यह समूह 21 स्थानों पर रुका। गांधी की इस पदयात्रा ने देशवासियों में स्वदेशी वस्तुओं के प्रति आग्रह को तेज किया। बापू के इस अहिंसक प्रदर्शन को बाद में 'दांडी मार्च' के रूप में जाना गया।

'हमारे यहां नमक को उसकी कीमत से नहीं आंका जाता'
दांडी मार्च की महत्ता बतलाते हुए पीएम ने कहा कि हमारे यहां नमक को कभी उसकी कीमत से नहीं आंका गया। उन्होंने कहा, 'हमारे यहां नमक का मतलब ईमानदारी, विश्वास और वफादारी है।' पीएम ने आगे कहा कि प्रत्येक देशवासी इस 'अमृत महोत्सव' से जुड़ा हुआ है। पीएम ने स्कूलों से अपने यहां आजादी से जुड़े कम से कम 75 कार्यक्रम आयोजित करने के लिए कहा है। प्रधानमंत्री ने कहा कि आत्मनिर्भरता की राह पर चलकर भारत दुनिया को रास्ता दिखाएगा।

भारत के पास समृद्ध इतिहास और सांस्कृतिक विरासत
आजादी के 'अमृत महोत्सव' का आज शुभारंभ हो रहा है। आजादी से जुड़े कार्यक्रम 15 अगस्त 2023 तक चलेंगे। स्वतंत्रता संग्राम में अपना बलिदान देने वाले सेनानियों को याद करते हुए पीएम ने भारत के भावी भविष्य के लिए पांच सूत्रों का उल्लेख किया। उन्होंने बताया कि इस 'अमृत महोत्सव' का आधार भी यही पांच सूत्र हैं। उन्होंने कहा, 'किसी राष्ट्र का भविष्य तभी उज्जवल होता है जब वह अपने अतीत के अनुभव और विरासत के गर्व से पल-पल जुड़ा रहता है। भारत के पास गर्व करने के लिए समृद्ध इतिहास और सांस्कृतिक विरासत है।' 

आजादी के 'अमृत महोत्सव' के तहत अभय घाट पर कई सांस्कृतिक कार्यक्रम हुए। कश्मीर से आए कलाकारों ने खास प्रस्तुति दी। इस मौके पर आजादी से जुड़े कई गीत बजाए गए। क्लासिकल सिंगर हरिहरन ने अपनी गायिकी से समां बांध दिया। 

'अमतृ महोत्सव' कार्यक्रम के तहत अभय घाट के समीप एक विशेष प्रदर्शनी लगाई गई है। इस प्रदर्शनी में तस्वीरों, पत्रिकाओं अन्य संग्रहों को प्रदर्शनी के लिए रखा गया है। पीएम यहां पहुंचे और इन सारी चीजों का अवलोकन किया।

अहमदाबाद के साबरमती आश्रम पहुंचने पर पीएम मोदी ने महात्मा गांधी की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर उनका नमन किया और श्रद्धांजलि दी। इसके बाद उन्होंने आश्रम के हृदय कुंज स्थित बापू की तस्वीर पर माला चढ़ाई और आगंतुक रजिस्टर में अपने विचार लिखे।   

'दांडी मार्च' में हिस्सा लेने के लिए देश भर से बड़ी संख्या में पदयाक्षी अहमदाबाद के अभय घाट पहुंचे। पीएम ने यहां से इस पदयात्रा को दांडी के लिए रवाना करेंगे।   

कार्यक्रम में शरीक होने से पहले पीएम मोदी ने अपने एक ट्वीट में कहा कि आज 'अमृत महोत्सव' कार्यक्रम की शुरुआत ऐसी जगह से हो रही है जहां से दांडी मार्च की शुरुआत हुई थी। इस मार्च ने देशवासियों में आत्मनिर्भरता की भावना जगाने में अहम भूमिका निभाई थी। 'वोकल फॉर लोकल' की भावना के साथ आगे बढ़ने बापू और हमारे महान स्वतंत्रता सेनानियों की एक बड़ी श्रद्धांजलि है।

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