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बिहार में नहीं थम रहा 'जहरीली शराब' से मौतों का सिलसिला, छपरा के बाद अब वैशाली में 3 की संदिग्ध मौत, मंत्री का 'बेतुका बयान'

Updated Aug 07, 2022 | 08:02 IST

deaths due to poisonous liquor in Bihar: बिहार में जहरीली शराब से मौत के आंकड़े हर दिन बढ़ते जा रहे हैं राज्य के किसी ना किसी इलाके से जहरीली शराब से मौत का खबरें अक्सर सामने आती रहती हैं।

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बिहार के सारण जिले में जहरीली शराब पीने के कारण अब तक 13 लोगों की मौत हो चुकी है

liquor in Bihar: बिहार में पूर्ण शराबबंदी लागू है इसके बाद भी पूरे प्रदेश में शराब की तस्करी के साथ जहरीली शराब की बिक्री हो रही है जिसके चलते ना जाने कितने ही लोग बीमार हो रहे हैं कोई आंखों की रोशनी खो रहा है तो किसी को और तकलीफें हो रही हैं, वहीं जहरीली शराब से मौतों का सिलसिला भी जारी है।

छपरा में 13 लोगों की मौत होने के बाद अब वैशाली जिले में तीन लोगों की शराब की वजह से जान जाने की आशंका है। जिले के सहदेई में दो लोगों जान चली गई वहीं महुआ में भी एक अन्य शख्स की मौत की खबर है इसका कारण जहरीली शराब बताया जा रहा है। 

नीतीश सरकार के मंत्री ने शराब को लेकर अजीब बयान दिया

वहीं नीतीश सरकार के अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री जमा खान ने शराब को लेकर अजीब बयान दिया है जिसकी चर्चा हो रही है मीडिया सूत्रों के मुताबिक मंत्री जमा खान ने कहा 'शराब जहर है, अगर पियोगे तो मरोगे, नहीं माने तो लगातार होती रहेगी घटना',  साथ ही उन्होंने कहा कि प्रशासन कार्रवाई भी कर रही है, जो भी इनमें संलिप्त हैं उनको पकड़ कर जेल भेजा जा रहा है।

सारण जिले में जहरीली शराब पीने के कारण अब तक 13 लोगों की मौत हो चुकी है

गौर हो कि बिहार के सारण जिले में जहरीली शराब पीने के कारण अब तक 13 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि 12 अन्य गंभीर रूप से बीमार हो गए। अधिकारियों के मुताबिक, जहरीली शराब पीने वाले कुछ लोगों की आंखों की रोशनी चली गई है। जिलाधिकारी  और पुलिस अधीक्षक ने  कहा कि पांच लोगों को कथित रूप से अवैध शराब बनाने और उसकी बिक्री में शामिल होने को लेकर गिरफ्तार किया गया है, जबकि संबंधित थाने के एसएचओ और स्थानीय चौकीदार को निलंबित किया गया है।

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उन्होंने कहा, 'सूचना मिली थी कि शराब पीने के बाद दो लोगों की मौत हो गई और कई लोग बीमार हो गए। यह घटना मेकर थाना क्षेत्र के फुलवरिया पंचायत के गांवों से सामने आयी थी।' जब मुख्यमंत्री के करीबी एवं मंत्रिमंडलीय सहयोगी अशोक चौधरी से कहा गया कि ऐसी घटनाओं के आलोक में मद्यनिषेध कानून की प्रभावकारिता पर प्रश्न उठाये जा रहे हैं तब उन्होंने कहा, 'दहेज, बलात्कार एवं बिना लाइसेंस वाले हथियार भी रूके नहीं है , लेकिन क्या इससे उनके विरूद्ध बने कानूनों को निरस्त करने की मांग उठती है। ऐसे तत्व हैं जो बिहार में मद्यनिषेध अभियान को सफल नहीं देना चाहते हैं।'

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