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कश्मीरी पंडित कर्मचारियों पर एलजी मनोज सिन्हा का बड़ा फैसला, जिला मुख्यालय भेजने का फैसला

Updated Jun 01, 2022 | 21:02 IST

जम्मू कश्मीर में पीएम पैकेज में काम कर रहे कश्मीरी पंडित कर्मचारियों पर बड़ा फैसला लिया गया है। एलजी मनोज सिन्हा ने इस संबंध में बड़ी बैठक की थी।

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कश्मीरी पंडित कर्मचारियों पर जम्मू कश्मीर सरकार का बड़ा फैसला
मुख्य बातें
  • पीएम पैकेज के तहत काम करने वाले कर्मचारियों का सुरक्षित जगह होगा ट्रांसफर
  • बड़ी बैठक के बाद एलजी मनोज सिन्हा ने लिया फैसला
  • कश्मीरी पंडितों ने दी थी पलायन की चेतावनी

कुलगाम में शिक्षिका रजनीबाला की हत्या के बाद जम्मू कश्मीर सरकार ने बड़ा फैसला किया है। एलजी मनोज सिन्हा ने इस संबंध में बड़ी बैठक की है। बड़ी बैठक के बाद यह फैसला किया गया है कि पीएम पैकेज के तहत काम करने वालों को सुरक्षित जगहों (जिला मुख्यालय) पर ट्रांसफर किया जाएगा। बता दें कि हाल ही में पीएम पैकेज के तहत काम कर रहे दो कर्मचारियों की हत्या के बाद कश्मीरी पंडित समाज में जबरदस्त नाराजगी थी। कश्मीरी पंडितों ने कहा था कि वो अनाथ नहीं होना चाहते हैें। अगर सरकार सुरक्षा मुहैया नहीं कराएगी तो वो लोग पलायन के लिए विवश होंगे। बता दें कि तीन जून को गृहमंत्री अमित शाह ने सुरक्षा के मुद्दे पर बड़ी बैठक बुलाई है जिसमें एलजी समेत बड़े अधिकारी शामिल होंगे।

राहुल भट्ट की हत्या के बाद थी सुरक्षा की मांग

कश्मीरी पंडित और चदूरा तहसील कार्यालय के सरकारी कर्मचारी राहुल भट्ट की हत्या के खिलाफ विरोध प्रदर्शन हुआ था। जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने कश्मीरी पंडितों से मुलाकात कर शोक संवेदना व्यक्त की थी और उन्हें उनकी शिकायतों के समाधान का आश्वासन दिया। एक स्थानीय ने कहा था कि एलजी ने हमें आश्वासन दिया कि वह हमारी शिकायतों को देखेंगे। सरकारी अधिकारियों के अनुसार एलजी मनोज सिन्हा ने कश्मीरी पंडित राहुल भट्ट के सहयोगियों और प्रधानमंत्री राहत पैकेज के विरोध कर रहे कश्मीरी पंडित कर्मचारियों से मिलने के लिए बडगाम के शेखपुरा का दौरा किया और अपनी संवेदना व्यक्त की। अधिकारियों ने कहा कि एलजी मनोज सिन्हा ने मामले में न्याय और उनकी शिकायतों के तुरंत समाधान का आश्वासन दिया। 

पुलवामा में आतंकियों ने दी थी धमकी
कश्मीर के पुलवामा में आतंकवादी ग्रुप  लश्कर-ए-इस्लाम (Lashkar-e-islam) ने एक धमकी भरा पत्र जारी कर लिखा था कि हवाल ट्रांजिट आवास में रह रहे कश्मीरी पंडित सरकारी कर्मचारी घाटी छोड़ दें या मौत का सामना करने के लिए तैयार रहें। प्रवासी कॉलोनी के अध्यक्ष को संबोधित एक पत्र में, समूह ने सभी 'प्रवासियों और आरएसएस एजेंटों' को 'छोड़ने या मौत का सामना करने' के लिए कहा था।इसके अलावा, आतंकवादी समूह ने कहा कि 'ऐसे कश्मीर पंडित जो कश्मीर एक और इजरायल चाहते हैं और कश्मीरी मुस्लिमों को मारना चाहते हैं, उनके लिए यहां कोई जगह नहीं है, अपनी सुरक्षा दोहरी या तिहरी कर लो, टारगेट किलिंग के लिए तैयार रहो, तुम मरोगे'।

RSS नेता कुमार ने पूछा-कश्मीरी पंडितों की हत्या पर चुप क्यों हैं धर्मनिरपेक्षता का नारा लगाने वाला विपक्ष

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