- फ्रांस में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को पहला राफेल लड़ाकू विमान सौंपा
- राजनाथ सिंह ने विमान की पूजा की और फिर उड़ान भरी
- 2022 तक भारत को सभी 36 राफेल विमान की डिलीवरी हो जाएगी
मेरिनियाक (फ्रांस): रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने फ्रांस से खरीदे गए 36 राफेल लड़ाकू विमानों का पहला विमान मंगलवार को औपचारिक रूप से प्राप्त कर लिया। इसके दौरान उन्होंने इसकी पूजा भी की। राजनाथ सिंह ने उस पर ओम तिलक लगाया और फूल और नारियल चढ़ाया। इसके बाद उन्होंने इसमें उड़ान भरी। उड़ान भरने के बाद सिंह ने कहा, 'यह बहुत ही आरामदायक और स्मूथ उड़ान थी। यह एक अभूतपूर्व क्षण था, मैंने कभी नहीं सोचा था कि एक दिन मैं किसी विमान में सुपर सोनिक गति से उड़ूंगा।'
रक्षा मंत्री ने कहा, 'फरवरी 2021 तक हमें 18 राफेल विमानों की डिलीवरी मिल जाएगी और अप्रैल-मई 2022 तक हमें सभी 36 विमान मिल जाएंगे। यह हमारी आत्मरक्षा का एक हिस्सा है न कि किसी के खिलाफ आक्रामकता का संकेत। यह एक निवारक है।'
राजनाथ सिंह ने राफेल में करीब 25 मिनट लंबी उड़ान भरी। इसे दसॉ एविएशन के हेड टेस्ट पायलट फिलिप ड्यूचेटो द्वारा उड़ाया गया। दसॉ एविएशन के सीईओ ने कहा, 'यह भारतीय वायु सेना और भारत के लिए, साथ ही फ्रांस और दसॉ एविएशन के लिए भी महान दिन है। हमने वही किया जो अनुबंध में था और अब यह उड़ान भरने के लिए तैयार है। हमें बहुत गर्व है।'
राफेल विमान सौंपे जाने के लिए आयोजित समारोह में राजनाथ सिंह ने कहा, 'हमारी वायुसेना दुनिया में चौथी सबसे बड़ी वायुसेना है और मेरा मानना है कि राफेल मीडिमय मल्टी रोल कॉम्बैट एयरक्राफ्ट हमारी वायुसेना की शक्ति में वृद्धि लाएगा तथा क्षेत्र में शांति एवं सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए वायु क्षेत्र में भारत की शक्ति को बढ़ाएगा। मुझे बताया गया है कि फ्रेंच शब्द राफेल का अर्थ आंधी है। मैं इस बात को लेकर आश्वस्त हूं कि विमान अपने नाम को सार्थक करेगा।'
भारत ने 59,000 करोड़ रुपए के सौदे के तहत सितंबर 2016 में फ्रांस से 36 लड़ाकू विमान खरीद का ऑर्डर दिया था। चार लड़ाकू विमानों की प्रथम खेप भारत में वायुसेना के अड्डे पर मई 2020 में आएगी। सभी 36 लड़ाकू विमानों के सितंबर 2022 तक भारत पहुंचने की उम्मीद है। दो इंजन वाला यह विमान विमान वाहक पोत और एक छोटे से रनवे से उड़ान भरने में सक्षम है।