- कांग्रेस नेता राहुल गांधी के ट्वीट पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह का शायराना पलटवार
- हम किसी भी देश के मान, सम्मान एवं स्वाभिमान को न चोट पहुँचाते हैं और न ही हम चोट बर्दाश्त करेंगे- राजनाथ
- कांग्रेस नेता के बयान पर राजनाथ सिंह ने कहा कि वो संसद में इसका जवाब देंगे
नई दिल्ली: केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी के एक शायराना ट्वीट का ठीक उसी अंदाज में जवाब दिया है। राजनाथ सिंह ने राहुल गांधी के ट्वीट को रिट्वीट करते हुए लिखा, 'मिर्ज़ा ग़ालिब का ही शेर थोड़ा अलग अन्दाज़ में है। ‘हाथ में दर्द हो तो दवा कीजै, ‘हाथ’ ही जब दर्द हो तो क्या कीजै।' इससे पहले राहुल गांधी ने गृह मंत्री अमित शाह के उस बयान पर तंज कसते हुए ट्वीट किया जिसमें शाह ने कहा था, 'भारत की रक्षा नीति को वैश्विक स्वीकृति मिली है। पूरी दुनिया इस बात से सहमत है कि यदि कोई अन्य देश अपनी सीमाओं की रक्षा करने में सक्षम है तो वो हैं संयुक्त राज्य अमेरिका, इजरायल औऱ उसके बाद भारत।'
नहीं करेंगे बर्दाश्त
राहुल ने इस ट्वीट को रिट्वीट करते हुए कहा, 'सब को मालूम है ‘सीमा’ की हक़ीक़त लेकिन, दिल के ख़ुश रखने को, ‘शाह-यद’ ये ख़्याल अच्छा है।' जिसका जवाब सोमवार को रक्षा मंत्री ने दिया। राजनाथ सिंह ने एक के बाद एक तीन ट्वीट किए और कहा, 'सीमा को लेकर सैन्य और डिप्लोमैटिक स्तर पर चीन के साथ भारत की बातचीत जारी है। छह जून को मिलिट्री के स्तर पर वार्ता हुई है। हम किसी भी देश के मान, सम्मान एवं स्वाभिमान को न चोट पहुँचाते हैं और न ही हम चोट बर्दाश्त करेंगे।'
संसद में दूंगा जवाब
कांग्रेस को निशाने पर लेते हुए राजनाथ ने कहा, 'कांग्रेस के कई नेता सवाल पूछ रहे हैं कि भारत चीन सीमा पर क्या हो रहा है? मैं देश की जनता को आश्वस्त करना चाहूँगा कि संसद में इस बारे में विस्तार से जानकारी दूँगा।' वहीं बीजेपी की जनंसवाद रैली को संबोधित करते हुए राजनाथ सिंह ने कहा, 'कोरोना संकट में भी प्रधानमंत्री जी ने जिस तरह देश को तैयार किया, उससे लोगों ने दांतो तले अंगुली दबा ली। जनता कर्फ्यू और लॉकडाउन का लोगों ने जिस तरह पालन किया वो प्रशंसा के योग्य है।कोरोना वॉरियर्स के सम्मान में देश सामने आया। ये देश की सामुहिक शक्ति नहीं है तो क्या है?'
महाराष्ट्र में कांग्रेस ने झाड़ा पल्ला
कांग्रेस को निशाने पर लेते हुए राजनाथ सिंह ने कहा, 'महाराष्ट्र सरकार गठबंधन के एक साझीदार कांग्रस के नेता राहुल गांधी कहते हैं कि हम सरकार में तो शामिल हैं, लेकिन निर्णय में शामिल नहीं हैं। इसका मतलब ये है कि संकट की घड़ी में सीधे अपना पल्लू झाड़ लेना। कोरोना से महाराष्ट्र के हालात देखें तो लगता है कि महाराष्ट्र में सरकार नाम की चीज नहीं है। सरकार अपनी जिम्मेदारी से बच नहीं सकती। महाराष्ट्र सरकार को जो भी मदद चाहिए होगी, केंद्र सरकार वो पूरी मदद करेगी। कोरोना को लेकर जिस प्रकार के हालात महाराष्ट्र में पैदा हुए हैं, वो एक गंभीर चिंता का विषय है। महाराष्ट्र में पैदा हुई चुनौती से निपटने के लिए जितना सहयोग हो सकता है वो सहयोग मोदी सरकार कर रही है'