रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शुक्रवार को जम्मू पहुंचे। वहां उन्होंने पाकिस्तान का नाम लिए बैगर कहा कि हमारा पड़ोसी देश नफरत के बीज बो रहा है। जम्मू-कश्मीर में हाल ही में टारगेटेड हत्याओं के पीछे विदेशी साजिश है, हमें ऐसे प्रयासों को विफल करने की जरूरत है। हम किसी भी धर्म या संप्रदाय के किसी भी व्यक्ति का जबरन पलायन नहीं होने देंगे। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि हाल ही में, जम्मू-कश्मीर में परिसीमन अभ्यास संपन्न हुआ। अब जम्मू में 43 और कश्मीर में विधानसभा की 47 सीटें होंगी। इस बात की प्रबल संभावना है कि जम्मू-कश्मीर में इस साल के अंत तक चुनावी प्रक्रिया शुरू हो जाएगी।
इससे पहले गुरुवार को राजनाथ सिंह ने जम्मू-कश्मीर के बारामूला जिले में सुरक्षा बलों को संबोधित करते हुए कहा कि हमारे पड़ोसी (पाकिस्तान) ने हमेशा भारत-विरोधी गतिविधियों का सहारा लिया है। राज्य में पहले भी आतंकी गतिविधियां देखी गई हैं। पाकिस्तान हजार जख्म देकर भारत को लहूलूहान करने के अपने रवैये से देश में शांति भंग करने की कोशिश कर रहा है। उन्होंने पाकिस्तान को चेतावनी दी कि यदि भारत की एकता और अखंडता को नुकसान पहुंचाने का प्रयास किया गया तो इसका करारा जवाब दिया जाएगा।
सुरक्षाबलों की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि हाल में सशस्त्र बलों, सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ), केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) और जम्मू-कश्मीर पुलिस के अथक प्रयासों से जम्मू-कश्मीर में आतंकी गतिविधियों की संख्या में उल्लेखनीय गिरावट दर्ज की गई है। सिंह ने कहा कि हमारे सुरक्षा बल इस देश के लिए एक ऐसा सुरक्षा कवच हैं जिसे जो भी इसे तोड़ने की कोशिश करता है, वह अपना ही खून बहाता है। देश को हमारे सुरक्षा बलों पर बहुत भरोसा है, जो किसी भी स्थिति से निपटने के लिए हमेशा तैयार रहते हैं।
रक्षा मंत्री केंद्र शासित प्रदेश में सुरक्षा स्थिति की समीक्षा करने के लिए दो-दिवसीय यात्रा पर जम्मू-कश्मीर में हैं। रक्षा मंत्री ने अग्रिम इलाकों का भी दौरा किया और सीमा पर सुरक्षा स्थिति का जायजा लिया। रक्षा मंत्री के साथ थल सेनाध्यक्ष जनरल मनोज पांडे, उत्तरी कमान के जनरल ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ (जीओसी-इन-सी) लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी, 15 कोर के जीओसी लेफ्टिनेंट जनरल एएस औजला और 19 इन्फैंट्री डिवीजन के जीओसी मेजर जनरल अजय चांदपुरिया भी मौजूद थे।