- देश में 17 मई के बाद लॉकडाउन का तीसरा चरण समाप्त हो रहा है
- इसके बाद की परिस्थितियों पर दिल्लीवासियों से सुझाव मांगे गए थे
- दिल्ली में 5 लाख से अधिक लोगों ने इस पर अपनी राय रखी है
नई दिल्ली : दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के लोगों से इसे लेकर सुझाव मांगे थे कि 17 मई के बाद लॉकडाउन को लेकर क्या छूट होनी चाहिए और क्या नहीं। दिल्ली की जनता ने इस पर अपना मत दे दिया है, जिसके आधार पर अब केजरीवाल केंद्र सरकार को अपना प्रस्ताव भेजेंगे। दिल्ली में लोगों ने स्कूलों और शैक्षणिक संस्थनों को गर्मी की छुट्टियों तक बंद रखने की सलाह दी है।
5 लाख से अधिक लोगों ने दिए सुझाव
सीएम केजरीवाल ने बताया कि दिल्ली में 5 लाख से अधिक लोगों ने अपने सुझाव भेजे हैं। अधिकांश लोगों की सलाह है कि स्कूल और शैक्षणिक संस्थान गर्मी की छुट्टियों तक बंद रहें। दिल्लीवासी यहां रेस्टोरेंट्स को भी बंद रखने के पक्ष में हैं। अधिकांश लोगों ने सैलून भी बंद रखे जाने के सुझाव दिए हैं और वे फिलहाल सिनेमाघरों को भी खोलने के इच्छुक नहीं हैं। हालांकि दिल्ली में लोगों ने नियमों के साथ मेट्रो और सार्वजनिक परिवहनों के परिचालन की इच्छा जताई है।
केंद्र को भेजा जाएगा प्रस्ताव
राष्ट्रीय राजधानी में 17 अप्रैल को समाप्त हो रहे लॉकडाउन के बाद ढील दिए जाने को लेकर 5.25 लाख सुझाव मिले हैं, जिनमें से 40,000 लोगों ने कॉल कर अपनी राय दी है। केजरीवाल ने कहा कि इन सुझावों को लेकर आज (गुरुवार, 14 मई) शाम चार बजे उपराज्यपाल के साथ बैठक होगी, जिसके बाद इस बारे में निर्णय लिया जाएगा और फिर जनता के सुझावों के आधार पर एक प्रस्ताव केंद्र को भेजा जाएगा। उन्होंने ढिलाई के दौरान भी लोगों से मास्क पहनने और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने की अपील की।
लोगों ने दिए ये सुझाव
सीएम केजरीवाल के मुताबिक, दिल्ली में इस बात को लेकर लोगों में लगभग एक राय है कि सैलून, स्पा, सिनेमाहॉल, स्विमिंग पूल को फिलहाल नहीं खोला चाहिए। कई लोगों ने बसों में 25 से 30 लोगों को बिठाने, मॉल्स में कुछ दुकानें खोलने, टैक्सियों में दो लोगों के बैठने, ऑटो में एक यात्री के बैठने और मेट्रो सेवा शुरू करने का सुझाव दिया है।
यहां उल्लेखनीय है कि सरकार ने संकेत दिए हैं कि देश में लॉकडाउन की अवधि एक बार फिर बढ़ाई जा सकती है, हालांकि लॉकडाउन के चौथे चरण में इसमें पहले की अपेक्षा अधिक छूट मिल सकती है।