नई दिल्ली: दिल्ली के निजामुद्दीन स्थित मरकज के तब्लीगी जमाती जिनकी देश में कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलाने में खासी भूमिका है उनको लेकर दिल्ली सरकार ने अहम निर्णय लिया है बताया जा रहा है कि सरकार ने कहा है कि तबलीगी जमात के जिन सदस्यों की मरकज मामले में जांच के लिए आवश्यकता नहीं है, उन्हें उनके गृह राज्यों में वापस भेजा जाएगा।
दिल्ली सरकार ने बुधवार को तबलीगी जमात के उन 4000 सदस्यों को छोड़ने के आदेश दिए जिन्होंने राष्ट्रीय राजधानी के केन्द्रों में क्वारंटीन की अवधि पूरी कर ली है।
दिल्ली के गृह मंत्री सत्येन्द्र जैन ने यह आदेश जारी किए। आदेश में यह भी कहा गया है कि निजामुद्दीन मरकज की घटना में इनमें से तबलीगी जमात के जिन सदस्यों के नाम दर्ज किये गये हैं और जांच के लिये उनकी जरूरत है, उन्हें दिल्ली पुलिस की हिरासत में भेजा जाएगा।
उन्होंने कहा,'शेष सभी को उनके गृह राज्य भेज दिया जाए इसके लिए दिल्ली सरकार के गृह विभाग को राज्यों के रेजीडेंट कमिश्नर से संपर्क करने को कहा गया है। सरकार के अनुसार राष्ट्रीय राजधानी में पृथक केन्द्रों में तबलीगी जमात के कम से कम 4000 सदस्य हैं। इनमें से 900 लोग दिल्ली के हैं इसके अलावा अधिकतर लोग तमिलनाडु और तेलंगाना से हैं।'
उन्होंने कहा कि उनकी वापसी के लिए परिवहन की व्यवस्था करने के लिए दिल्ली सरकार अन्य राज्यों की सरकारों के साथ संपर्क में है। गौरतलब है कि तबलीगी जमात के हजारों सदस्य निजामुद्दीन मरकज में एक धार्मिक कार्यक्रम में इकट्ठा हुए थे।
जानकारी मिलने के बाद इन सदस्यों को वहां से निकाला गया था। जांच में बड़ी संख्या में संक्रमण के मामले मिलने से यह स्थान कोरोना वायरस के हॉटस्पॉट के रूप में उभरा था।