नई दिल्ली:देश में कोरोना संक्रमितों की तादाद बढ़ती जा रही है राजधानी दिल्ली में भी ऐसा ही है यहां भी पॉजिटव केस की संख्या लगातार बढ़ रहे हैं, उत्तर दिल्ली के जहांगीरपुरी में एक ही ब्लॉक से 46 कोरोना मरीजों की पुष्टि हुई है। इसके बाद पूरे इलाके को एहतियातन सील कर दिया गया है। इसके कुछ दिन पहले ही एक परिवार के 31 रिश्तेदार इस क्षेत्र में संक्रमित पाए गए थे।
ये मामले एच-ब्लॉक की तीन गलियों से आए हैं जिसे जिला प्रशासन ने 14 अप्रैल को पूरी तरह से बंद कर दिया था क्योंकि परिवार के कई सदस्य संक्रमित पाए गए थे।
उत्तरी दिल्ली के जिला मजिस्ट्रेट ने कहा, 'जहांगीरपुरी के एच-ब्लॉक के कुल 46 लोग संक्रमित पाए गए हैं। विस्तृत जांच और नमूने लेने के बाद यह क्षेत्र पहले से ही बंद है।'
इससे पहले 18 अप्रैल को जहांगीरपुरी के सी ब्लॉक में एक ही परिवार के 31 लोगों का कोरोना टेस्ट पॉजिटिव आया था। घटना के बाद इस इलाके को कंटेनमेंट जोन घोषित कर दिया गया था, ये लोग कोरोना का शिकार हुई एक महिला के परिवार से जुड़े थे।
बृहस्पतिवार तक राष्ट्रीय राजधानी में संक्रमण की अधिकता वाले 92 निषिद्ध क्षेत्र हैं। दिल्ली में अब तक कोविड-19 के 2,376 मामले आ चुके हैं। बुधवार शाम से अब तक कोरोना वायरस के 128 मामले सामने आ चुके हैं।
दिल्ली में सब्जी बेचने वाले को कोरोना होने से हड़कंप
इससे पहले दक्षिणी दिल्ली के महरौली इलाके में एक सब्जी विक्रेता को कोरोना का संक्रमण होने के बाद यहां हड़कंप मच गया, वहीं LNJP अस्पाल में एक डायटिशियन के कोरोना पॉजिटिव निकलने के बाद यहां मेस को अस्थाई तौर पर बंद कर दिया गया है, जबकि 56 लोगों को क्वारंटीन किया गया है।
यहां कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते मामलों के बीच पुलिस ने 6 समितियों का भी गठन किया है। इस बीच यहां कंटेनमेंट जोन की संख्या भी बढ़कर 92 हो गई है।
मंडी के सभी सब्जी विक्रेताओं की भी स्क्रीनिंग की जा रही
महरौली के जिस इलाके में सब्जी विक्रेता के कोरोना पॉजिटिव होने की बात सामने आई है, वह वार्ड-3 का है। इस खबर की पुष्टि के बाद यहां लोगों और प्रशासन में हड़कंप मच गया है। स्थानीय प्रशासन जहां अब तक उसके संपर्क में आए लोगों का पता लगाकर उनकी जांच कर रहा है, वहीं एहतियात के तौर पर मंडी के सभी सब्जी विक्रेताओं की भी स्क्रीनिंग की जा रही है।
दक्षिण दिल्ली के डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट ने बताया कि जांच में पता चला है कि कोरोना के लक्षण सामने आने के बाद सब्जी विक्रेता ने अपनी दुकान में बैठना बंद कर दिया था। वह डीटीसी टर्मिलन में शिफ्ट किए गए मंडी का हिस्सा नहीं था।