Madhur Verma appointed as Head of Anti-Corruption Bureau: मधुर वर्मा को दिल्ली का नया एंटी-करप्शन ब्यूरो (एसीबी) चीफ नियुक्त किया गया है। दिल्ली सरकार के गृह विभाग की ओर से नौ अगस्त, 2022 को जारी किए गए एक आदेश में जानकारी दी गई कि राज्यपाल ने दिल्ली पुलिस में तैनात आईपीएस अफसर की पोस्टिंग का तत्काल प्रभाव से ऑर्डर दिया है।
वह 2005 बैच के इंडियन पुलिस सर्विस (आईपीएस) अफसर हैं और इससे पहले दिल्ली पुलिस (डीपी) में एडिश्नल कमिश्नर की जिम्मेदारी संभाल चुके हैं। मधुर के टि्वटर बायो के मुताबिक, वह एजीएमयूटी (Arunachal Pradesh, Goa, Mizoram and Union Territories) कैडर से ताल्लुक रखते हैं। वह इसके अलावा खुद को फिट इंडिया मूवमेंट का सिपाहसलार मानते हैं। वर्मा से पहले एसीबी के चीफ एसके गौतम थे।
मधुर के अलावा और किसका ट्रांसफर-पोस्टिंग?
वर्मा के अलावा डिप्टी सेक्रेट्री (होम) के इस आदेश में बताया गया कि 2001 बैच के आईपीएस बी.शंकर जयसवाल को ज्वॉइंट सीपी/ऑपरेशंस (टेक्नोलॉजी और प्रोजेक्ट इंप्लिमेंटेशन डिविजन में) नियुक्त किया गया है। 1989 बैच के आईपीएस सुनील कुमार गौतम को एसीबी के स्पेशल सीपी से पुलिस हेडक्वार्टर में अगली पोस्टिंग के लिए रिपोर्ट करने के लिए कहा गया है।
क्या काम करता है ACB?
भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो मूल रूप से लोक सेवकों के बीच भ्रष्टाचार के मामलों का पता लगाने, जांच और अभियोजन के लिए जिम्मेदार है। यह ईमानदार, पारदर्शी और स्वच्छ प्रशासन प्रदान करने के लिए सरकारी विभागों को सुविधा प्रदान करता है। एसीबी भ्रष्टाचार की शिकायतों की जांच करता है और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत दर्ज मामलों की जांच करता है। एसीबी कई किस्म के मामलों से निपटता है। ट्रैप मामले, आय से अधिक संपत्ति के मामले, गबन के मामले और कार्यालय मामलों का दुरुपयोग आदि इनमें शामिल है।