नई दिल्ली: दिल्ली हिंसा में आम आदमी पार्टी के निष्कासित पार्षद ताहिर हुसैन अभी तक फरार है उनपर अंकित शर्मा की हत्या का आरोप है और पुलिस उनकी तलाश कर रही है। वहीं ताहिर हुसैन को दिल्ली में हिंसा के दौरान रेस्क्यू किया गया था या नहीं किया गया था इसे लेकर कई तरीके की बातें सामने आ रही हैं।
दिल्ली पुलिस के एडिशनल सीपी एके सिंगला ने कहा था कि ताहिर हुसैन को 24-25 फरवरी की रात को रेस्क्यू किया गया था इस बयान के बाद दिल्ली पुलिस ने इस मामले में संशोधन करते हुए बयान जारी किया कि ताहिर हुसैन को रेस्क्यू नहीं किया गया था।
अब दिल्ली पुलिस ने कहा है कि मीडिया के एक वर्ग ने बताया है कि ताहिर हुसैन को दिल्ली पुलिस ने बचाया था। इस मामले में तथ्य यह है कि 24/25 फरवरी 2020 को रात में जब कुछ सार्वजनिक लोगों ने चांद बाग पर तैनात पुलिस को सूचित किया कि ताहिर हुसैन फंस गए हैं, क्योंकि भीड़ ने उनके घर को घेर लिया था।
पुलिस ने इसे गलत बताया है और कहा कि ताहिर हुसैन को उनके घर में पाया गया था साथ ही यह भी कहा गया है कि श्री अंकित शर्मा के शव की बरामदगी के लिए 26/2/2010 को उन्हें आरोपी बनाया गया था। उसके घर की तलाशी ली गई और वह फरार पाया गया। उसकी गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं।
वहीं इस मामले में ताहिर हुसैन ने मंगलवार को अग्रिम जमानत मांगी है, जिसपर बुधवार को दिल्ली की कड़कड़डूमा कोर्ट में सुनवाई होनी है।
436 FIR दर्ज, 1400 से अधिक गिरफ्तार या हिरासत में
दिल्ली पुलिस ने उत्तर पूर्वी दिल्ली में हिंसा के मामले में 436 एफआईआर दर्ज की हैं और 1400 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया है या हिरासत में लिया है। पुलिस ने बताया कि 45 मामले शस्त्र कानून के तहत दर्ज किए गए।उन्होंने बताया कि पुलिस नियंत्रण कक्ष (पीसीआर) को पिछले छह दिनों में दंगे से संबंधित कोई फोन नहीं आया।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि दंगा प्रभावित इलाकों में हालात अब नियंत्रण में हैं।
उत्तर पूर्वी दिल्ली में हिंसा के दौरान निहत्थे पुलिसकर्मियों पर बंदूक तानने वाले मोहम्मद शाहरुख को उत्तर प्रदेश के शामली से गिरफ्तार किया गया।