नई दिल्ली : देशभर में महिलाओं के साथ बढ़ती आपराधिकर घटनाओं के बीच दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने एक महत्वपूर्ण घोषणा की है। उन्होंने कहा कि लड़कियों के साथ बेहतर बर्ताव किया जाए, इसके लिए लड़कों को शुरू से ही शिक्षित करने की जरूरत है। दिल्ली के स्कूलों में लड़कों को इसके लिए खास तौर पर सबक दिया जाएगा और उन्हें इसकी कसम दिलाई जाएगी कि वे लड़कियों के साथ कभी बुरा बर्ताव नहीं करेंगे।
दिल्ली के सीएम ने कहा कि महिलाओं के साथ छेड़खानी, दरिंदगी जैसी वारदातों को रोकने के लिए पुलिस को तो अपना काम करना ही है, लड़कों को खास तौर पर इसके लिए शिक्षित करने की जरूरत है और इसकी नींव घर से पड़ जानी चाहिए। हर माता-पिता को अपने बेटों से इस बारे में बात करनी चाहिए और लड़कियों को भी चाहिए कि वे अपने भाइयों से साफ कहें कि वे कभी किसी दूसरी लड़की के साथ गलत व्यवहार नहीं करेंगे।
यहां एक कार्यक्रम में अपनी सरकार की उपलब्धियां गिनाते हुए केजरीवाल ने यह भी कहा कि बहुत से परिवार लड़कियों को सरकारी स्कूल में और लड़कों को प्राइवेट स्कूल में भेजते रहे हैं और सरकारी स्कूलों की खराब हालत के कारण लड़कियों के मन में हमेशा यह संदेश गया कि उनकी शिक्षा लड़कों के मुकाबले कम महत्वपूर्ण है। लेकिन अब दिल्ली में सरकारी स्कूलों की हालत भी बदल गई है। यहां कई सरकारी स्कूलों में स्विमिंग पुल तक हैं, जबकि प्राइवेट स्कूलों में भी यह सुविधा नहीं है। इससे लड़कियों में आत्मविश्वास जगा है और वे घर में खुद को अपने भाइयों से कमतर नहीं आंक रहीं।
महिला सुरक्षा व सम्मान के प्रति समाज को जागरूक बनाने पर जोर देते हुए केजरीवाल ने यह भी कहा कि लड़कों पर शुरू से ही इसका नैतिक दबाव बनाने की जरूरत है कि उनके गलत व्यवहार को स्वीकार नहीं किया जाएगा। मांओं को भी अपने बेटों को बताने की जरूरत है कि अगर उन्होंने कभी किसी लड़की के साथ दुर्व्यवहार किया तो वे उन्हें घर में घुसने नहीं देंगी।