- भाजपा और शिवसेना दुश्मन नहीं हैं, हालांकि मतभेद हैं: फडणवीस
- राजनीति में कोई ‘किंतु परंतु’ नहीं होता: देवेंद्र फडणवीस
नई दिल्ली: महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा है कि शिवसेना और बीजेपी दुश्मन नहीं है। उन्होंने शिवसेना के साथ गठबंधन की संभावनाओं से भी इनकार नहीं किया है। पत्रकारों द्वारा यह पूछे जाने पर कि क्या दो पूर्व सहयोगियों के एक साथ आने की संभावना है तो फडणवीस ने कहा कि स्थिति को देखते हुए एक उचित निर्णय लिया जाएगा।
बीजेपी नेता फडणवीस से संवाददाताओं ने जब केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के साथ उनकी मुलाकात और शिवसेना के साथ तालमेल की संभावना के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा, 'हम (शिवसेना और भाजपा) कभी दुश्मन नहीं थे। वे हमारे दोस्त और वे लोग थे जिनके खिलाफ उन्होंने लड़ाई लड़ी, उन्होंने उनके साथ मिलकर सरकार बनाई और उन्होंने हमें छोड़ दिया। राजनीति में अगर-मगर नहीं होते। शिवसेना के साथ कुछ मतभेद हो सकते हैं लेकिन हम दुश्मन नहीं हैं। मौजूदा परिस्थितियों के अनुसार निर्णय लिए जाते हैं।'
फडणवीस का बयान पिछले दिनों शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मुलाकात की पृष्ठभूमि में आया है। ठाकरे ने पिछले महीने दिल्ली के दौरे के दौरान प्रधानमंत्री से अलग से मुलाकात की थी। साथ ही शिवसेना सांसद संजय राउत ने शनिवार को भाजपा नेता आशीष शेलार के साथ अपनी मुलाकात के बारे में अफवाहों को खारिज करने की कोशिश की। शिवसेना के मुख्य प्रवक्ता ने कहा, 'हमारे बीच राजनीतिक और वैचारिक मतभेद हो सकता है, लेकिन अगर हम सार्वजनिक कार्यक्रमों में आमने-सामने आते हैं तो अभिवादन जरूर करेंगे। मैं शेलार के साथ सबके सामने भी कॉफी पीता हूं।'
वहीं शिवसेना और एनसीपी दोनों का कहना है कि महाराष्ट्र में त्रिदलीय गठबंधन को अस्थिर करने के लिए विपक्षी दलों के खिलाफ केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग किया जा रहा है। सत्तारूढ़ गठबंधन के भीतर तनाव की खबरों को सहयोगी कांग्रेस के नेताओं की टिप्पणियों से भी बढ़ावा मिला। कांग्रेस ने बाद में स्पष्ट किया कि वे अगले पांच वर्षों के लिए उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाले गठबंधन के साथ हैं।