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कोरोना के मरीज ने बताई आपबीती, शरीर पर हो रहे हर असर का ट्विटर पर बयां किया हाल

Updated Mar 13, 2020 | 11:17 IST

स्‍पेन में कोरोना वायरस से पीड़ित मरीजों का इलाज कर रहा एक डॉक्‍टर खुद भी इसका शिकार हो गया। अब पीड़ित डॉक्‍टर ने अपनी हालत बयां करने के लिए ट्विटर का सहारा लिया है।

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कोरोना के मरीज ने बताई आपबीती, हर रोज का ट्विटर पर बताया हाल
मुख्य बातें
  • स्‍पेन में कोरोना वायरस से पीड़ित मरीजों का इलाज कर रहा एक डॉक्‍टर खुद बना इसका शिकार
  • इस वायरस से ग्रस्‍त होने के बाद डॉक्टर ने खुद को किया अलग-थलग, हालत बयां करने के लिए लिया ट्विटर का सहारा
  • डॉक्‍टर ट्विटर के जरिए हर दिन इस वायरस के उसके शरीर पर होने वाले लक्षणों के बारे में बता रहा है

नई दिल्ली: दुनिया के 107 से ज्यादा देशों में अपनी दस्तक दे चुके कोरोना वायरस की वजह से विश्व भर में 5 हजार के करीब लोगों की मौत हो चुकी है और लाखों लोग इससे संक्रमित हो चुके हैं। भारत में अभी तक 75 मामले सामने आ चुके हैं जबकि एक शख्स की यहां कोरोना के चलते मौत भी हो चुकी है। चीन से शुरू होकर दुनियाभर में फैले इस वायरस की चपेट में कई डॉक्टर भी आ चुके हैं। ऐसे ही एक डॉक्टर हैं 35 साल के डॉक्टर येल तुंग चेन जो स्पेन के रहने वाले हैं।

डॉ. चेन ने इस बीमारी से होने वाले लक्षणों के बारे में विस्तार से बताया है। लोगों तक अपनी बात पहुंचाने के लिए डॉ. चेन ने ट्विटर का सहारा लिया और बताया कि एक कोरोना वायरस से पीड़ित मरीज पर क्या गुजरती है और उसे किस तरह की परिस्थितियों और हालातों से गुजरना पड़ता है। डॉ. चेन तब कोरोना वायरस की चपेट में आ गए जब वो मैड्रिड स्थित एक अस्पताल में मरीजों का इलाज कर रहे थे। डॉ. चेन अपने घर में अलग-थलग रह रहे हैं और अपने अनुभव साझा करते हुए डॉ. चेन बताते हैं कि कोरोना के दौरान शरीर में किस तरह का दर्द होता है।

पहले दिन का हाल

अपने हर दिन का हाल डॉ. चेन ट्वीट्स के जरिए बताते हैं जिसका मकसद लोगों को इस बीमारी के बारे में जागरूक करना है।  पहले दिन का हाल बताते हुए डॉ. चेन ने ट्वीट कर बताया, 'कोराना का पता लगने बाद पहला दिन। गले में खराश, सिरदर्द (तेज!), सूखी खाँसी लेकिन सांस की तकलीफ नहीं। फेफड़ों में किसी तरह की दिक्कत नहीं हैं। अपने  फेफड़ों के POCUS (पॉइंट ऑफ केयर अल्ट्रासाउंड) पर नजर रखूंगा।'  

दूसरे दिन का ट्वीट
इलाज के अपने दूसरे दिन का अनुभव साझा करते हुए डॉ. चेन ने लिखा, 'कोराना का पता लगने बाद दूसरा दिन। गले में खराश कम है और खांसी तथा सिरदर्द (भगवान का शुक्र है!) भी कम है। अभी भी छाती में दर्द  या सांस लेने में कोई दिक्कत नहीं हो रही है।'

तीसरे दिन का ट्वीट
डॉ. चेन ने इलाज के अपने तीसरे दिन के बारे में ट्वीट करते हुए लिखा, तीसरा दिन। गले में खराश / सिरदर्द नहीं है। कल खांसी का दिन था, अभी भी सांस लेने या सीने में दर्द की कोई शिकायत नहीं है। डायरिया शुरू हो गया है लेकिन सौभाग्य से खांसी ठीक हो गई। 

चौथे दिन का ट्वीट
डॉ. चेन ने चौथे दिन का हाल बताते हुए कहा, 'अधिक खांसी और थकान (बहुत बुरी तरह से)। अभी भी कोई अपच / सीने में दर्द नहीं है।' 

दरअसल डॉ. चेन अस्पताल में मरीजों का इलाज कर थे लेकिन इस दौरान उन्हें कमजोरी महसूस होनी लगी जिसके बाद उन्होंने कोरोना का टेस्ट कराने का निर्णय लिया। जांच में पता चला कि डॉ. चेन को कोरोना है जिसके बाद उन्होंने खुद को अलग-थलग कर दिया।

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