नई दिल्ली : कहते हैं डॉक्टर ईश्वर का दूसरा रूप होता है। इस बात को सही मायने में डॉ. केके अग्रवाल ने अपने जीवन में चरितार्थ किया था। मुसीबत में फंसे लोगों की मदद के लिए हमेशा तत्पर रहने वाले इंडियन मेडिकल असोसिएशन (IMA) के पूर्व निदेशक और पद्मश्री से सम्मानित डॉ. अग्रवाल सोमवार की रात कोरोना से अपनी जंग हार गए। कोरोना महामारी के दौरान उन्होंने जरूरत मंद लोगों की मदद की और अपने वीडियोज के जरिए लोगों को कोरोना संक्रमण से बचाव के प्रति जागरूक किया। उन्होंने गरीब लोगों को उपचार में कभी निराश नहीं किया। हजारों गरीब लोगों का उन्होंने मुफ्त में इलाज किया। आज उनके निधन से लोग गमगीन हैं और दुखी हैं। सोशल मीडिया पर लोग उनकी नेकनीयती एवं दरियादिली को याद कर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दे रहे हैं।
कोरोना महामारी के प्रति लोगों को जागरूक किया
कोरोना महामारी के दौरान डॉ. अग्रवाल ने सैंकड़ों लोगों की मदद की। एम्स में इलाज के दौरान भी वह लोगों की सहायता करते रहे। अपनी दरियदिली और कोरोना वीडियोज के वजह से करोड़ों लोगों तक अपनी पहुंच बनाई और मशहूर हुए। कोरोना संक्रमण से बचने के लिए क्या करें और क्या न करें, डॉ. अग्रवाल के ये वीडियोज काफी मशहूर हुए। कोरोना से जुड़े उनके अनेक वीडियोज के जरिए लोग कोरोना महामारी के प्रति जागरूक हुए।
यूट्यूब चैनल से कोरोना के बारे में दी जानकारी
अपने यूट्यूब चैनल पर डॉ. अग्रवाल कोरोना संक्रमण के बारे में जानकारी देने के साथ-साथ उन्हें लगातार जागरूक रहने के लिए कहते थे। कोरोना महामारी के दौरान उनकी लोकप्रिया काफी बढ़ गई। यूट्यूब चैनल पर उनके 29.3 हजार सब्सक्राइबर हैं।
केजरीवाल ने दी श्रद्धांजलि
डॉ. अग्रवाल के निधन से हर क्षेत्र के लोग दुखी हैं। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने उनके निधन पर शोक जताते हुए उन्हें श्रद्धांजलि दी है। केजरीवाल ने अपने ट्टवीट में कहा, 'डॉ. अग्रवाल के निधन से पूरे देश को क्षति पहुंची है। उन्होंने जीवन भर गरीब लोगों के स्वास्थ्य की चिंता की। वह एक बहुत अच्छे इंसान थे।'
संबित पात्रा ने दुख जताया
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रवक्ता संपित पात्रा ने डॉ. अग्रवाल को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि उनके निधन से चिकित्सा क्षेत्र को भारी नुकसान पहुंचा है। उन्होंने कहा, 'डॉ. अग्रवाल अपनी दरियादिली के लिए विख्यात थे। वह सद्गति को प्राप्त करें। ओम शांति।'
कोरोना के अलग-अलग वैरिएंट्स से लोग जब देश के अलग-अलग हिस्सों में बीमार पड़ने लगे तो डॉ. अग्रवाल ने अपने वीडियो के जरिए लोगों को कोरोना के नए प्रकार के बारे में समझाया और उन्हें जागरूक किया। कोरोना के दो डोज लगवाने के बाद क्या व्यक्ति संक्रमित हो सकता है। डॉ. अग्रवाल ने इसका भी जवाब दिया।
इसके अलावा महामारी के दौरान गर्भवती महिलाओं की देखभाल कैसे की जाए इसे लेकर भी उन्होंने अपने यूट्यूब चैनल पर लोगों को जानकारी दी।
कोरोना का टीकाकरण जब शुरू हुआ तो कई लोग शराब पीने को लेकर सवाल पूछते नजर आए। लोगों ने पूछा कि टीका लगवाने से पहले या बाद में क्या उन्हें शराब पीना चाहिए। डॉ. अग्रवाल ने इस सवाल का भी बेबाकी से जवाब दिया। उन्होंने कहा कि शराब और कोरोना टीके पर वही बात लागू होती है जैसा कि बाकी वैक्सीन के साथ है।
चिकित्सा क्षेत्र में डॉ. अग्रवाल के योगदान को देखते हुए उन्हें डॉ. बीसी रॉय अवार्ड और साल 2010 में पद्म श्री अवार्ड से सम्मानित किया गया। इन्होंने अपनी पढ़ाई दिल्ली से की और नागपुर विश्वविद्यालय से एमबीबीएस की डिग्री हासिल की।