नई दिल्ली/रांची: झारखंड के खूंटी जिले में मनरेगा कोष की कथित हेराफेरी से संबंधित मामले में प्रवर्तन निदेशालय ने शनिवार को धन शोधन (निवारण) अधिनियम (पीएमएलए) के तहत एक चार्टर्ड अकाउंटेंट को गिरफ्तार किया। अधिकारियों ने बताया कि इस मामले में राज्य की खनन सचिव और आईएएस अधिकारी पूजा सिंघल और अन्य के ठिकानों पर छापेमारी की गई थी। अधिकारियों ने बताया कि सीए सुमन कुमार को रांची में शाम करीब पांच बजे पीएमएलए के तहत हिरासत में लिया गया और उन्हें एक स्थानीय अदालत के समक्ष पेश किया जाएगा जहां प्रवर्तन निदेशालय हिरासत की मांग करेगा।
अधिकारियों ने आरोप लगाया कि एजेंसी द्वारा इस मामले में छापेमारी करने के बाद रांची में उनके परिसर से कथित तौर पर 17.79 करोड़ रुपये की नकदी की बरामदगी के के संबंध में सीए सवालों का “जवाब देने में टालमटोल” कर रहे थे।
ईडी का आरोप है कि वित्तीय सलाहकार के तौर पर भी काम करने वाले कुमार का आईएएस अधिकारी पूजा सिंघल और उनके परिवार से भी संबंध है। केंद्रीय एजेंसी ने इन छापों के बाद कुल 19.31 करोड़ रुपये नकद जब्त किए थे और तलाशी के दौरान सिंघल का प्रारंभिक बयान भी दर्ज किया था।
IAS अधिकारी पूजा सिंघल के ठिकानों पर ED की छापेमारी, मिला इतने करोड़ कैश