नई दिल्ली : देश भर में रजिस्टर्ड कुल मतदाताओं में से दिव्यांग मतदाताओं की संख्या 77 लाख 40 हजार है। इन्हीं दिव्यांग लोगों को चुनावी प्रक्रिया खासकर मताधिकार का इस्तेमाल करते समय अधिकाधिक सुविधाएं देने साथ ही चुनावी प्रक्रिया में भागीदारी बढ़ाने के लिए केंद्रीय चुनाव आयोग ने पहल की है। इसी को लेकर केंद्रीय चुनाव आयोग ने राष्ट्रीय स्तर की बैठक की, जिसमें एक संकल्प पारित कर मतदान केंद्रों को और अधिक सुविधाजनक बनाने के लिए नीति बनाने पर जोर दिया गया।
इस मौके मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील चंद्रा ने कहा कि चुनाव आयोग का प्रयास रहता है कि मतदान केंद्र ग्राउंड फ्लोर पर हो। साथ ही वहां रैंप भी बना हो। इसके अलावा पोलिंग स्टेशन पर व्हीलचेयर और वालंटियर्स की मौजूदगी तय की जाती है, ताकि दिव्यांग लोग बिना किसी परेशानी के अपना वोट डाल सकें। मुख्य चुनाव आयुक्त ने इस बात पर भी जोर दिया कि आयोग दिव्यांग लोगों और उनके प्रतिनिधियों द्वारा दी गई सलाहों पर अमल करता है।
मतदानकर्मियों को बनाया जाएगा संवेदनशील
इसके अलावा चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने भी चुनाव प्रक्रिया में दिव्यांगों के कानूनी अधिकारी का पक्ष रखा। उन्होंने कहा कि 2016 में दिव्यांगों के लिए आया कानून उन्हें ये कानूनी हक देता है कि उन्हें मतदान केंद्रों पर हर सुविधा मिले। साथ ही उन्हें आसानी से समझ आने वाला भी हो।
इस वर्चुअल बैठक के दौरान मतदानकर्मियों को दिव्यांगों के प्रति ज्यादा से ज्यादा संवेदनशील बनाने की बात कही गई। साथ ही चुनाव आयोग द्वारा दिव्यांगों के लिए किए जा रहे प्रयासों से उनको जागरूक कराने का भी संकल्प लिया गया।