- चुनाव आयोग का फैसला राज्यसभा की 18 सीटों पर 19 जून को होंगे चुनाव
- राज्यसभा की 37 सीटों पर उम्मीदवारों को हो चुका है निर्विरोध चयन
- गत 18 मार्च को हुए चुनाव में शरद पवार और अठावले राज्यसभा पहुंचे
नई दिल्ली : राज्यसभा की रिक्त 18 सीटों पर 19 जून को चुनाव कराए जाएंगी। समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक चुनाव आयोग (ईसी) ने सोमवार को यह जानकारी दी। पहले यह चुनाव 26 मार्च को होना था लेकिन चुनाव आयोग ने इसे आगे के लिए टाल दिया लेकिन अब उसने इन 18 सीटों पर चुनाव कराने के लिए अपनी सहमति दे दी है। सूत्रों का कहना है कि गुजरात एवं आंध्र प्रदेश की चार-चार सीटों, मध्य प्रदेश एवं राजस्थान की तीन-तीन सीटों, झारखंड की दो और मणिपुर एवं मेघालय की एक-एक सीट के लिए मतदान कराया जाएगा। इन सभी सीटों के लिए वोटों की गिनती उसी दिन होगी।
37 सीटों पर हुआ निर्विरोध चयन
चुनाव आयोग ने अपने फैसले में कहा है कि चुनाव के लिए मुख्य सचिव प्रत्येक राज्य में एक वरिष्ठ अधिकारी की नियुक्ति करेंगे। ये अधिकारी चुनाव के दौरान राज्यों में कोविड-19 के रोकथाम के उपायों को लागू कराना सुनिश्चित करेगा। इस साल की शुरुआत में संसद के उच्च सदन में 55 सीटें रिक्त हुईं जिनमें से 37 सीटों पर उम्मीदवारों का चयन निर्विरोध हो गया। इन सभी निर्वाचित उम्मीदवारों का शपथ ग्रहण होना अभी बाकी है।
17 राज्यों में रिक्त थीं 55 सीटें
गत 18 मार्च को हुए चुनाव में राकांपा प्रमुख शरद पवार, केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले, राज्यसभा के डिप्टी चेयरमैन हरिवंश नारायण उन 37 उम्मीदवारों में शामिल हैं जिनका राज्यसभा के लिए चयन निर्विरोध हुआ। 17 राज्यों की 55 सीटों के लिए नामांकन दायर हुआ था और इन सीटों पर 26 मार्च को चुनाव होना था। लेकिन इनमें से महाराष्ट्र की सभी सात सीटों, तमिलनाडु का छह, हरियाणा, छत्तीसगढ़ एवं तेलंगाना की दो, ओडिशा की चार, बिहार एवं पश्चिम बंगाल की पांच-पांच, असम की तीन और हिमाचल प्रदेश की एक सीट पर उम्मीदवारों का चयन निर्विरोध हो गया।
राज्यसभा पहुंचने वालों में कांग्रेस छोड़कर शिवसेना में शामिल हुईं प्रियंका चतुर्वेदी, एआईएडीएमके नेता एम थम्बीदुरई, तमिल मनीला कांग्रेस के अध्यक्ष जीके वासन, वरिष्ठ वकील केटीएस तुलसी और कांग्रेस नेता दीपेंद्र सिंह हुड्डा शामिल हैं।