- महाराष्ट्र में कोरोना से संक्रमित पहले मरीज स्वस्थ हो गए हैं
- दंपत्ति को नौ मार्च को अस्पताल में भर्ती कराया गया था
- अस्पताल से इन्हें जल्द ही छुट्टी मिले जाएगी
पुणे: महाराष्ट्र में कोरोना वायरस के लगातार बढ़ते प्रकोप के बीच एक अच्छी खबर आई है। राज्य में कोरोना वायरस से सबसे पहले संक्रमित पाए गए पुणे के दंपत्ति इलाज के बाद ठीक हो गए हैं। उन्हें बुधवार को अस्पताल से छुट्टी मिल जाएगी। एक स्वास्थ्य अधिकारी ने यह जानकारी दी। दंपत्ति को यहां नौ मार्च को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। पुणे नगर निकाय के स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने कहा, '14 दिन तक पृथक रखने के बाद सोमवार को उनके पहले नमूने संक्रमित नहीं पाए गए। मंगलवार को अगले 24 घंटे में दोबारा नमूने भेजे गए और उसमें भी दंपत्ति संक्रमित नहीं पाया गया।'
एक कैब में मुंबई से पुणे गए थे
दंपत्ति और उनकी बेटी 40 सदस्यीय पर्यटकों के उस समूह का हिस्सा थे जो एक मार्च को दुबई से मुंबई लौटा था। वे एक कैब में मुंबई से पुणे गए थे। दंपत्ति के अलावा उनकी बेटी और कैब चालक भी कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए थे। अधिकारी ने बताया कि अलग रहने की 14 दिन की अवधि के बाद उनकी बेटी, कैब चालक और दुबई यात्रा का एक और व्यक्ति मंगलवार को जांच में संक्रमित नहीं पाए गए। उन्होंने कहा, 'उनके नमूनों को दोबारा आज भेजा जाएगा।'
'दंपत्ति की हालत ठीक और वे खुश हैं'
अधिकारी ने कहा, 'अगर वे संक्रमित नहीं पाए गए तो उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी जाएगी।' अधिकारी ने बताया कि दंपत्ति की हालत ठीक है और वे खुश हैं। व्यक्ति ने पीटीआई को बताया कि उसकी, उसकी पत्नी तथा बेटी और कैब चालक की हालत ठीक है। बता दें कि छह और मामले सामने आने के बाद राज्य में अब तक कोरोना के मरीजों की कुल संख्या 107 हो चुकी है। वहीं, महाराष्ट्र में तीन लोगों की कोरोना के कारण मौत हो गई है।
मुंबई में ठीक हुए 12 मरीज
वहीं, महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई में कोरोना से ग्रसित 12 मरीज ठीक हो गए। एक वरिष्ठ निकाय अधिकारी ने मंगलवार को यह जानकारी दी। बृहन्मुंबई महानगर पालिका (बीएमसी) की उप निदेशक दक्षा शाह ने कहा, 'कोरोना वायरस से संक्रमित 12 मरीजों की जांच रिपोर्ट अभी निगेटिव आई है। पिछले कुछ दिनों से बीएमससी के अलग-अलग अस्पतालों में इनका इलाज किया जा रहा था।' गौरतलब है कि भारत में कोरोना पीड़ितों की संख्या 500 के पार पहुंच गई है। देश में अब तक 11 लोग इस खतरनाक से अपनी जान गंवा चुके है।