- राम मंदिर निर्माण के लिए बनाए ट्रस्ट में 15 लोगों को मिली जगह, कोई सरकारी सदस्य नहीं
- राम मंदिर के पक्ष में सुप्रीम कोर्ट ने दिया था फैसला
- मंदिर के साथ साथ मस्जिद निर्माण के लिए अयोध्या में उचित जगह देने का थी भी आदेश
नई दिल्ली। अयोध्या में भव्य राम मंदिर निर्माण के पहले चरण का काम शुरू हो गया है। जिस भूमि पर मंदिर का निर्माण होना है उसकी साफ सफाई शुरू कर दी गई है। पहले चरण में राम लला की मूर्ति को अस्थाई बुलेट प्रूफ संरचना में शिफ्ट किया गया था। खास बात यह है कि यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने पूजा पाठ के जरिए प्राण प्रतिष्ठा की थी।
अस्थाई जगह पर इस समय है राम लला की मूर्ति
राम लला की मूर्ति जो अपने मूल जगह पर विराजमान थी उसकी सुरक्षा के लिए लोहे की बैरिकेडिंग की गई थी। लेकिन अब उसे हटाने का काम चल रहा है। खास बात यह है कोरोना काल में सोशल डिस्टेंसिंग का खास ख्याल किया जा रहा है। एक बार जब मंदिर वाली जगह से सारे बैरिकेड्स को हटा लिया जाएगा उसके बाद जमीन की समतलीकरण का काम शुरू होगा। फिलहाल जहां राम लला की मूर्ति को शिफ्ट किया गया है उसकी छत को और मजबूत बनाया जा रहा है।
प्रस्तावित नक्शे के अनुसार राम मंदिर
प्रस्तावित नक्शे के अनुसार अभी मंदिर के निर्माण में 2 लाख 63 हजार घनफीट पत्थर लगेगा। राम मंदिर के ऊपरी भाग में 106 खंभे होंगे। हर खंभे में 12 हिंदू देवी-देवताओं की मूर्तियां बनाई जाएंगी। पहली मंजिल पर राम दरबार का निर्माण होगा। जहां पर राम, लक्ष्मण और सीता के साथ हनुमान जी की भी मूर्ति लगेगी। राम मंदिर के साथ-साथ पांच और मंदिर भी बनेंगे। इनमें भरत, सीता, लक्ष्मण, हनुमान और गणेश जी की मूर्ति भी होगी।
राम लला के नाम से बैंक खाता
सुप्रीम कोर्ट की ओर से दिए गए ऐतिहासिक फैसले के बाद राम लला को मंदिर बनाने के लिए राम लला के नाम से एक बैंक अकाउंट भी स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (एसबीआई) में खोल दिया गया है। इस खाते की मदद से आम लोग भी राम मंदिर के निर्माण की प्रक्रिया का हिस्सा बन सकेंगे।देश भर में भगवान राम के श्रद्धालुओं और मंदिर निर्माण में योगदान करने के इच्छुक लोग इसी खाते में अपनी श्रद्धा के अनुसार राशि जमा कर सकते हैं।