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कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गोगोई बोले- 'हिंदू जिन्ना' के रूप में उभरे हैं मोदी, चल रहे हैं दो राष्ट्र सिद्धांत पर

Updated Jan 06, 2020 | 21:43 IST

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और असम के पूर्व मुख्यमंत्री तरुण गोगोई ने कहा है कि पीएम मोदी 'हिंदू जिन्ना' के रूप में उभर रहे हैं जो दो राष्ट्र सिद्धांत पर चल रहे हैं।

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तस्वीर साभार:&nbspBCCL
कांग्रेस नेता बोले- 'हिंदू जिन्ना' के रूप में उभरे हैं मोदी
मुख्य बातें
  • असम के पूर्व मुख्यमंत्री तरुण गोगोई ने पीएम नरेंद्र मोदी पर बोला बड़ा हमला
  • नरेंद्र मोदी मोहम्मद अली जिन्ना के दो राष्ट्र सिद्धांत के आधार पर चल रहे हैं - गोगोई
  • जेएनयू में रविवार रात जो कुछ भी हुआ वह देश की एकता और अखंडता पर हमला है -गोगोई

गुवाहाटी:  असम के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता तरूण गोगोई ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर बड़ा हमला बोला है। उन्होंने पीएम मोदी को भारत का 'हिंदू जिन्ना' करार दिया है। गोगोई ने प्रधानमंत्री मोदी पर पर पाकिस्तान के "दो-राष्ट्र सिद्धांत" का पालन करने का आरोप लगाया। कांग्रेस के दिग्गज नेता ने जेएनयू के छात्रों पर रविवार रात हुए हमले की निंदा करते हुए कहा कि भाजपा की यह 'दमन की नीति' देश के लिए और अधिक दुर्भाग्यपूर्ण है।

उन्होंने कहा कि नागरिकता (संशोधन) अधिनियम और प्रस्तावित एनआरसी के खिलाफ बड़े पैमाने पर हो रहे विरोध प्रदर्शनों ने यह स्पष्ट कर दिया है कि भारतीय वह हिंदुत्व नहीं चाहते हैं जो भाजपा और आरएसएस देश में लाना चाहते हैं।

प्रधानमंत्री मोदी पर बड़ा हमला करते हुए गोगोई ने कहा, 'प्रधानमंत्री हम पर (कांग्रेस) आरोप लगाते हैं कि हम पाकिस्तान की भाषा में बात कर रहे हैं, लेकिन यही वो शख्स हैं जिसने खुद को पड़ोसी देश के स्तर तक कम कर लिया है। वह देश धर्म के आधार पर मोहम्मद अली जिन्ना के दो-राष्ट्र सिद्धांत (विभाजित करने वाले) का पालन कर रहे है और भारत के हिंदू जिन्ना के रूप में उभरे हैं।'

एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान गोगोई ने कहा, 'हम हिंदू हैं, लेकिन हम नहीं चाहते हैं कि हमारा देश हिंदू राष्ट्र बने। विरोध प्रदर्शन करने वाले अधिकांश लोग, और यहां तक ​​कि जो लोग मारे गए हैं, वे हिंदू हैं। वे वह हिंदुत्व नहीं चाहते कि जिसका प्रचार-प्रसार भाजपा और आरएसएस कर रहे हैं।' उन्होंने कहा कि रविवार रात जेएनयू में जिस तरह की हिंसा हुई, उससे देश की एकता और अखंडता के लिए खतरा पैदा हो गया। असम के 3 बार के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में सीएए के विरोध प्रदर्शन शुरू हुए और पूरे देश में फैल गए। यह सब भाजपा की "दमन की नीति" के कारण हो रहा है।

 सरकार के तरीकों को अहंकारी करार देते हुए गोगोई ने दावा किया कि यह नए नागरिकता कानून को लागू करने के लिए किसी भी हद तक जाएंगे। असम में सीएए विरोधी प्रदर्शन के दौरान पुलिस कार्रवाई में मारे गए पांच प्रदर्शनकारियों की मौत का जिक्र करते हुए गोगोई ने कहा कि केंद्र और राज्य में भाजपा सरकारें है लेकिन अभी भी हिंसा के लिए कांग्रेस और वाम दलों को दोषी ठहरा रही हैं।

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