- राजीव बनर्जी, रुद्रांशी घोष, रथिन चक्रवर्ती और बैशाली डालमिया और प्रवीर घोषाल बीजेपी में शामिल
- टीएमसी के ये नेता ममता बनर्जी के खिलाफ बागी तेवर अपनाए हुए थे
- टीएमसी के इन बागी नेताओं ने ममता बनर्जी के क्रियाकलापों पर सवाल उठाए थे।
नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव के लिए तारीखों का ऐलान नहीं हुआ है। लेकिन सियासी चौसर पर पासे फेंक कर बीजेपी और टीएमसी एक दूसरे की बाजी पलटने में जुटे हुए हैं। टीएमसी के बड़े चेहरे एक एक कर ममता बनर्जी को गुड बॉय कर रहे हैं और उस कड़ी में राजीव बनर्जी, रुद्रनील घोष, रथिन चक्रवर्ती,बैशाली डालमिया और प्रवीर घोषाल शामिल हैं। टीएमसी के ये पाचों चेहरे विशेष विमान से शनिवार को दिल्ली आए और गृहमंत्री अमित शाह की मौजूदगी में बीजेपी का दामन थाम लिया।
अभिषेक बनर्जी का प्रभाव बढ़ने के बाद दूरी बढ़ी
टीएमसी के जिन चार नेताओं ने बीजेपी का दामन थामा उनमें राजीब बनर्जी तो ममता के खास सहयोगियों में से एक थे। लेकिन जानकार कहते हैं कि जैसे जैसे टीएमसी पर ममता के भतीजे अभिषेक बनर्जी का दबदबा बढ़ता गया राजीब बनर्जी और ममता के बीच दूरी बढ़ने लगी और उसका असर सार्वजनिक तौर पर दिखाई देता था। पार्टी के कार्यक्रमों में जब अभिषेक बनर्जी मौजूद होते थे तो राजीब बनर्जी शामिल नहीं होते थे।
प्रशांत किशोर के नाम पर रही तनातनी
राजीब बनर्जी के साथ जिन तीन और नेता बीजेपी में शामिल हुए उनमें बैशाली डालमिया भी शामिल हैं, बैशाली इस समय हावड़ा से विधायक हैं और इनकी समृद्ध विरासत भी रही हैष बैशाली डालमिया, बीसीसीआई के अध्यक्ष रहे जगमोहन डालमिया की बेटी हैं। इनके बारे में कहा जाता है कि जब से प्रशांत किशोर को ममता बनर्जी ने अपनी पार्टी का रणनीतिक सलाहकार बनाया उसके बाद ेस ममता से दूरी बढ़ती गई। प्रशांत किशोर के मुद्दे पर वो एक दफा झगड़ा भी कर चुकी थीं और इस तरह से सियासी संबंध खट्टे हो गए।
सोनार बांग्ला को करेंगे साकार
पश्चिम बंगाल बीजेपी के प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि लोग महसूस कर रहे हैं कि केवल भाजपा ही यहां विकास कर सकती है। टीएमसी कार्यकर्ता और बंगाल के लोग महसूस कर रहे हैं कि टीएमसी ने अब तक केवल लोगों को ठग लिया है। हमें उम्मीद है कि पीएम मोदी के नेतृत्व में, भाजपा यहां सरकार बनाएगी और 'सोनार बांग्ला' को साकार करेगी।
राजीव बनर्जी ने क्या कहा
बीजेपी में शामिल होने के बाद राजीब बनर्जी ने कहा कि मैंने गृह मंत्री से कहा है कि पश्चिम बंगाल के लोग निराशा से पीड़ित हैं। राज्य में कानून और व्यवस्था की स्थिति में सुधार की आवश्यकता है। उद्योगों को स्थापित करने की आवश्यकता है ताकि युवाओं को रोजगार मिल सके।मैंने यह भी कहा है कि बंगाल के लिए एक विशेष पैकेज की आवश्यकता है। उन्होंने कहा है कि यह एक सम्मान होगा अगर पार्टी पश्चिम बंगाल राज्य में सत्ता संभालने में सक्षम है और राज्य के विकास पर बहुत लक्षित तरीके से ध्यान केंद्रित करेगी: