- मुख्तार अंसारी को मऊ की एमपी एमएलए कोर्ट से जमानत मिल गई है
- हालांकि मुख्तार अंसारी को अभी जेल से रिहा नहीं किया जाएगा
- अंसारी अभी कुल 12 केसों में जेल में बंद है
जेल में बंद माफिया डॉन और विधायक मुख्तार अंसारी को जमानत मिल गई है। उत्तर प्रदेश की मऊ जिले की एमपी एमएलए कोर्ट ने मुख्तार अंसारी को जमानत दी है। कोर्ट ने तुरंत रिहाई के आदेश दिए हैं। 1 लाख के निजी मुचलके पर जमानत दी गई है। मुख्तार अंसारी इस समय बांदा जेल में बंद हैं। मऊ पुलिस ने मुख्तार अंसारी के जेल से छूटने की खबर का प्रेस नोट जारी कर खंडन किया है। अन्य मुकदमों के आधार पर अभी मुख्तार जेल में ही रहेगा।
बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी के बेटे अब्बास अंसारी ने समाजवादी पार्टी गठबंधन के सहयोगी दल सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के प्रत्याशी के रूप में मऊ सदर विधानसभा क्षेत्र से सोमवार को अपना नामांकन पत्र दाखिल किया। पर्चा भरने के बाद अब्बास अंसारी ने कहा कि प्रशासन मेरे पिताजी के नामांकन में अड़चनें पैदा कर रहा है जिस वजह से मुझे पर्चा भरना पड़ा। मेरे पिता को असंवैधानिक तरीके से जेल में रखा गया है और नामांकन पत्र दाखिल करने में अड़चन पैदा की जा रही है। इसलिए मैंने सुभासपा के चुनाव चिह्न पर दो सेट में अपना नामांकन भरा है। इस बार मैं जनता के मुद्दों पर चुनाव मैदान में जा रहा हूं।
मऊ विधानसभा सीट पर मतदान सातवें चरण में सात मार्च को होना है। गौरतलब है कि मऊ जनपद के सदर विधानसभा क्षेत्र से 1996 से लगातार पांच बार बाहुबली मुख्तार अंसारी विधायक निर्वाचित हुए हैं। इस बार चुनाव में मुख्तार अंसारी के स्थान पर उनके बेटे अब्बास अंसारी ने नामांकन भरा है।
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कुछ दिन पहले भी मुख्तार अंसारी को 14 साल पुराने गैंगस्टर एक्ट के मामले में जमानत मिली थी। गाजीपुर सत्र न्यायालय ने अंसारी को एक लाख रुपए के निजी मुचलके पर जमानत दी थी। अंसारी के खिलाफ गाजीपुर जिले के एक ही थाने में जघन्य अपराध के करीब 40 मामले दर्ज हैं।
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