- गुलाम नबी आजाद ने की भारतीय सेना की तारीफ
- घाटी में सुरक्षा बलों को आतंकवादियों के पीछे भाग कर उन्हें मारना नहीं चाहिए- आजाद
- मेरे कार्यकाल के दौरान कम होता था जानमाल का नुकसान- गुलाम नबी आजाद
राजौरी: कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने सुरक्षा बलों की तारीफ की है। आजाद ने जम्मू कश्मीर के राजोरी और पुंछ का दौरा किया और इस दौरान डाक बंगले में एक विशाल जनसभा को भी संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने महंगाई और बेरोजगारी जैसे मुद्दों को लेकर केंद्र सरकार को जमकर घेरा और साथ ही सुरक्षाबलों की तारीफ भी की। उन्होंने कहा कि सुरक्षाबल अच्छा काम कर रहे हैं लेकिन उन्हें जानमाल के नुकसान पर ध्यान देना चाहिए।
सुरक्षाबलों ने किया अच्छा काम
आजाद ने कहा, 'कभी कभी ये जो किलिंग होती है, सिविल किलिंग, नॉन मिलिंटेंट की, उससे ये स्नैक और लेडर (लूडो) जैसा होता है। बचपन में खेलते थे कि आदमी लेडर में ऊपर पहुंच जाता था वहां सांप का मुंह होता था फिर वो दुम पर पहुंच जाता था, फिर वो चढ़ने की कोशिश करता था। तो उससे फिर मिलिटेंसी बढ़ती है। यहां मैंने हमेशा सराहाना कि और खासतौर पर राजौरी और पुंछ इलाकों में हमारे फौजी हैं और यहां बहुत अच्छा तालमेल रहा। फौज ने हमेशा यहां अच्छा काम किया, उनकी जानें भी चले गईं, हजारों की तादाद में जानें चले गईं।'
अपने कार्यकाल का दिया हवाला
अपने कार्यकाल को याद दिलाते हुए गुलाम नबी आजाद ने कहा 'सुरक्षाबलों को यह एवॉयड करना चाहिए कि आतंकी यहां भागा तो अभी मारना है। मेरे समय में हम कहते थे कि जब किसी घर में भागा है, भागता कब है किसी रियर केस में होता है कि आतंकवादी किसी के पास शरण लेता है या उस घर वाले का साठगांठ होता है। जनरली मैंने देखा है 6 महीने से कि आतंकी भागकर गया गांव में, जिसका दरवाजा खुला है उसमें घुस जाता है और उसको मालूम भी नहीं है कि ये घर किसका है। तो फिर सुरक्षाबल जाते हैं और घर को ही उड़ा देते हैं घरवालों समेत। तो किसी भी इलाके और उसके आसपास के लोगों को लगता है कि उसने गलत किया तो उसे एवॉयड करो।'
जानमाल का नुकसान कम हो
आजाद ने आगे कहा, 'मेरे समय में कहता था कि कोई किसी के घर में घुसा है तो दो दिन इंतजार करो चारों तरफ पहरा लगा दो, तो दो दिन में निकलेगा। अंदर जाने का रास्ता होगा, कोई डॉक्टर ने नहीं बोला है कि दो दिन में ही मारना है। लेकिन जानमाल का नुकसान कम हो इसकी कोशिश होनी चाहिए। बाकि सुरक्षाबल बहुत अच्छा काम कर रहे हैं।'