- जयारोग्य अस्पताल में सोमवार को नौ सौ से ज्यादा फ्रंट लाइन वर्कर्स को कोरोना टीका लगना था
- लिस्ट में सबके नाम के आगे एक ही मोबाइल नंबर लिखा था
- इसी नंबर पर चूकवश सारे कर्मचारियों को इन्वीटेशन भेज दिया गया
मध्यप्रदेश के ग्वालियर में कोरोना वैक्सीन लगाने को लेकर ऐसी गलती सामने आई है जिसे जानकर आप हैरान रह जायेंग बताया जा रहा है कि यहां सोमवार को शहर के सबसे बड़े जयारोग्य अस्पताल में कोरोना वैक्सीन लगाने के लिए बनाए गए सेंटर में वैक्सीन लगवाने शाम तक एक भी वर्कर जिन्हें वैक्सीन लगना था वो नहीं पहुंचा, अब आप कहेंगे कि ऐसा कैसै हो गया तो बता दें कि नगर-निगम के जिन कर्मचारियों को वैक्सीन लगाई जानी थी, फार्म में उन सभी कर्मचारियों के नाम के आगे ही एक मोबाइल नंबर लिखा हुआ था जिससे ये भारी चूक सामने आई है।
ग्वालियर के जयारोग्य अस्पताल में सोमवार को नौ सौ से ज्यादा फ्रंट लाइन वर्कर्स को कोरोना टीका लगाया जाना था, लेकिन एक भी व्यक्ति को टीका नहीं लगा क्योंकि लिस्ट में सबके नाम के आगे एक ही मोबाइल नंबर लिखा था।
ग्वालियर में निगम के करीब नौ सौ से ज्यादा कर्मचारियों को टीका लगना था
ग्वालियर में विभिन्न जगहों पर वैक्सीनेशन सेंटर बनाये गए थे लेकिन इनमें से अधिकांश जगहों पर कर्मी टीका लगवाने वालों का इंतजार करते रहे बताया जा रहा है कि ग्वालियर में निगम के करीब नौ सौ से ज्यादा कर्मचारियों को टीका लगना था लेकिन एक भी कर्मचारी वैक्सीन नहीं लग पाई क्योंकि इन सभी कर्मचारियों के नाम के आगे एक ही मोबाइल नम्बर मेंशन था जिसे भारी चूक माना जा रहा है।
जिन कर्मियों को टीका लगना था, उनमें से एक के पास भी मैसेज नहीं पहुंचा
ये नंबर निगम के कार्यालय के एक कर्मी का था और इसी नंबर पर चूकवश सारे कर्मचारियों को इन्वीटेशन भेज दिया गया और जिन कर्मियों को टीका लगना था, उनमें से एक के पास भी मैसेज नहीं पहुंचा क्योंकि मैसेज एक ही मोबाइल नंबर पर भेजा गया जिससे उनतक ये मैसेज पहुंचा ही नहीं।
इस घटना के सामने आने के बाद कोरोना वैक्सीनेशन अभियान मजाक बन कर रह गया है इस मामले पर अब कार्रवाई की बात कही जा रही है। टीकाकरण अधिकारी ने कहा है कि लापरवाही की जांच जरूरी है फिलहाल नई लिस्ट बनाकर फ्रंट लाइन वर्कर्स को टीका लगाने की तैयारी हो रही है।