- कोरोना के खिलाफ जंग में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शानदार काम किया है
- WHO समेत दुनिया के कई देशों ने उनके फैसलों की सराहना की है
- कोरोना के खिलाफ जंग में PM मोदी ने लॉकडाउन जैसे कड़े फैसले लिए
आज पूरी दुनिया कोरोना रूपी भयावह महामारी से घिरी हुई है जिसका अभी तक कोई इलाज उपलब्ध नहीं है। फिर भी पूरी दुनिया इस महामारी को परास्त करने की कोशिश कर रही है। हर एक देश दूसरे देश को टक टकी लगाए देख रहा है कि कौन देश इस महामारी को नियंत्रण या परास्त करने में सफल हो पाता है। इसी दौर में भारत के प्रधानमंत्री का नाम पूरी दुनिया में लिया जा रहा है कि किस तरह से प्रधानमंत्री मोदी ने भारत में कोरोना को बढ़ने से रोका है अपने आप में एक चर्चा का विषय बना हुआ है और उसी क्रम में आज जितने भी सर्वे किये जा रहे हैं कि किस देश ने सफलतापूर्वक कोरोना को रोकने का प्रयास किया है उसमें 130 करोड़ जनसंख्या वाला देश भारत का नाम अग्रिम पंक्ति में लिया जा रहा है कि किस तरह से भारत कोरोना युद्ध से लड़ाई लड़ रहा है और उसके संक्रमण को एक हद तक रोकने का प्रयास कर रहा है और इसका क्रेडिट प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूर दर्शिता पूर्ण कठिन निर्णयों को दिया जा रहा है। यही कारण है कि आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कोरोना युद्ध के खिलाफ लड़ाई में पूरी दुनियाँ में फ्रंट फूट पर दिखाई दे रहे हैं।
इस सन्दर्भ में दो प्रश्नों का उत्तर जानना बहुत जरुरी है। पहला, किस किस सर्वे एजेंसी ने प्रधानमंत्री मोदी के लोकप्रियता को मापने का प्रयास किया है और दूसरा, आखिर इस लोकप्रियता का कारण क्या है। पहले प्रश्न के उत्तर को जानने के लिए हाल के 6 चीजों पर ध्यान देना जरुरी है जिससे पता चलेगा कि प्रधानमंत्री मोदी कितने लोकप्रिय क्यों हैं।
गैलप का सर्वे
दुनिया के जाने माने सर्वे एजेंसी गैलप ने एक सर्वे किया है और इस सर्वे का उद्देश्य ये रहा है कि किस देश और देश के नेता यानी प्रधानमंत्री या राष्ट्रपति ने कोरोना महामारी के संक्रमण को सलिखे से रोका है। यानी इस एजेंसी ने दुनिया के 28 देशों के सरकार के द्वारा कोरोना से निपटने के तौर तरीकों पर सर्वे किया है। इस सर्वे के अनुसार भारत के 91% लोगों का कहना है कि भारत सरकार ने कोरोना के संक्रमण को रोकने में बहुत बड़ी सफलता प्राप्त की है बल्कि सर्वे ने भारत को दुनिया में पहले स्थान पर रखा है. सर्वे का ये भी कहना है कि भारत के 79% लोगों ने लॉकडाउन एक्सटेंशन को सही माना है। इस सर्वे की सबसे बड़ी बात ये है कि कोरोना संक्रमण से निपटने में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दुनिया के लीडर नंबर 1 हैं।
मॉर्निंग कंसल्ट का सर्वे
अमेरिका की एक एजेंसी मॉर्निंग कंसल्ट नाम की ग्लोबल टेक्नोलॉजी और मीडिया कंपनी ने एक सर्वे किया है जिसने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को कोरोना के खिलाफ लड़ाई में दुनिया का सबसे बड़ा और पावरफुल लीडर माना है। यानी इस अमरीकी एजेंसी ने भी कोरोना जंग में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दुनिया का नंबर वन नेता माना है।
YouGov का सर्वे
ब्रिटेन की ऑनलाइन डिजिटल और एनालिटिक्स फर्म YouGov ने भी एक सर्वे किया है जिस सर्वे का मानना है कि कोरोना से निपटने में पीएम मोदी दुनिया के दूसरा सबसे लोकप्रिय नेता हैं।
IANS-C VOTER कोविड-19 ट्रैकर
भारत में भी IANS-C VOTER ने कोविड-19 पर एक स्नेप पोल किया है और इस ट्रैकर के मुताबिक, भारत में लॉकडाउन के पहले दिन 76.8% लोग मोदी सरकार पर भरोसा कर रहे थे और 21 अप्रैल को यह भरोसा बढ़कर 93.5% हो गया। यानी भारत में मोदी सरकार का अप्रूवल रेट 76.8% से बढ़कर 93.5% हो गया. अंदाज लगा सकते हैं कि भारत के लोग किस तरह मोदी सरकार के कोरोना के हराने के प्रयासों को अपना पूर्ण समर्थन दे रहे हैं। अर्थात भारत की आम जनता मोदी सरकार के कदमों से खुश हैं और उनका मानना है कि सरकार कोरोना संकट से प्रभावी तौर पर निपट रही है।
फेसबुक पर नंबर 1
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी फेसबुक पर दुनिया के सबसे ज्यादा लोकप्रिय नेता बन गए हैं। यानी प्रधानमंत्री मोदी के निजी पेज पर 4.5 करोड़ लाइक्स हैं जबकि अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प फेसबुक पर दूसरे सबसे लोकप्रिय नेता हैं, जिनको करीब 2.7 करोड़ लाइक्स मिले हैं और जार्डन की क्वीन रानिया तीसरे स्थान पर हैं, जिनके 1.68 करोड़ लाइक्स हैं। फेसबुक भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता का एक बहुत बड़ा नियामक है।
बिल गेट्स ने की तारीफ
माइक्रोसॉफ्ट के फाउंडर बिल गेट्स ने भी कोरोनावायरस के खिलाफ लड़ाई में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा लिए गए फैसलों की सराहना कीहै । बिल गेट्स ने प्रधानमंत्री मोदी को चिट्ठी में लिखा है कि - 'हम आपके नेतृत्व और आपकी और आपकी सरकार के सक्रिय कदमों की सराहना करते हैं। इन कदमों से भारत में कोविड-19 संक्रमण की दर को बढ़ने से रोकने में कामयाबी मिली। इसमें नेशनल लॉकडाउन, हॉटस्पॉट इलाकों में टेस्टिंग पर फोकस करना, क्वारैंटाइन सुविधाओं समेत स्वास्थ्य सुविधाओं को बढ़ाना। इन्हें मजबूत करने जैसे कई फैसले सराहनीय हैं। इससे रिसर्च और डेवलपमेंट गतिविधियों और डिजिटल इनोवेशन में भी बढ़ोतरी हुई है। यह देखकर काफी अच्छा लग रहा है कि आप सभी भारतीयों की सामाजिक सुरक्षा और उनके स्वास्थ्य की सुरक्षा कर रहे हैं। कोविड-19 से लड़ाई में डिजिटल क्षमताओं का पूरा इस्तेमाल हो रहा है। आरोग्य सेतु डिजिटल ऐप इसका अच्छा उदाहरण है जिससे आप कोरोनावायरस संक्रमण को ट्रैक कर रहे हैं और आम लोगों से सीधे जुड़ रहे हैं।'
इन छः बातों से ये तो साफ हो गया कि प्रधानमंत्री मोदी कोरोना के खिलाफ लड़ाई में दुनियाँ में सबसे ज्यादे लोकप्रिय बन गए गए हैं और वाजिब सवाल कारण क्या है।
और अब दूसरा प्रश्न है कि आखिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता का कारण क्या है।
पहला, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने समय रहते कोरोना को हराने के लिए कुछ ऐसे कठिन निर्णय लिए जिसकी वजह से ही भारत में भयावह कोरोना संक्रमण को हद तक रोका जा सका है. मसलन नेशनल लॉक डाउन की घोषणा करना, सोशल डिस्टन्सिंग को बढ़ावा देना और खासकर के आम लोगों में जागरूकता फैलाना जिससे कोरोना के फैलाव को रोका जा सके। नेशनल लॉक डाउन मार्च 25 से जारी है जिसे मई 17 तक बढ़ाया जा चूका है. खास बात ये है कि भारी कठिनाइयों के बावजूद भी भारत की आम जनता ने प्रधानमंत्री के लॉक डाउन घोषणा को पूरी तरह समर्थन दिया है। लोगों का मानना है कि आखिर लॉक डाउन कोरोना को हराने के लिए ही तो किया जा रहा है जो देश और जनता के कल्याण के लिए है।
दूसरा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा हाइड्रोक्सीक्लोरोक्विन (एचसीक्यू) दवा जिसे कोरोना वायरस को मात देने में सक्षम समझी जाने वाली दवा माना जाता है और खास बात ये है कि भारत दुनिया में इस दवा का सबसे बड़ा प्रोडूसर और एक्सपोर्टर रहा है। कोरोना महामारी के दौड़ में इस दवा का पूरी दुनियाँ में भारी डिमांड है यही कारण है कि तकरीबन दुनियाँ के 55 देशों ने इस दवा को खरीदने के लिए भारत से आग्रह किया और भारत ने पूरी दुनियाँ को मेडिकल डिप्लोमाकी के द्वारा मदद करने की कोशिश कर रही है। इसी का परिणाम रहा कि अमेरिका, ब्राजील और इजराइल ने खुलकर भारत कि तारीफ की बल्कि अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने तो यहाँ तक कहा कि भारत का यह उपकार अमेरिका कभी नहीं भूलेगा। ब्राजील के राष्ट्रपति ने पीएम मेादी की तुलना हनुमान भगवान से की, जिन्होंने कष्ट के समय लोगों को संजीवनी उपलब्ध कराई।
तीसरा और सबसे महत्वपूर्ण, नरेंद्र मोदी 2014 से भारत के प्रधानमंत्री हैं लेकिन आज भी प्रधानमंत्री की लोकप्रियता अपने चरम पर है। इसका सबसे बड़ा कारण ये है कि आज भी आम भारतीय में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की विश्वसनीयता चरम पर है क्योंकि लोगों का विश्वास है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भारत को कोरोना महामारी से बचा लेंगे और यही विश्वास प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता का आधार स्तम्भ है। आखिर में हम आशा और विश्वास रखते हैं कि इंसान और कोरोना के बीच इस भयंकर युद्ध में इंसान की जीत हो न कि कोरोना की।