नई दिल्ली : रूझानों के मुताबिक पश्चिम बंगाल में सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस एक बार फिर प्रचंड बहुतम से सरकार बनाती नजर आ रही है। कुल 294 विधानसभा सीटों में से टीएमसी 200 से ज्यादा सीटों पर आगे चल रही है। जबकि बीजेपी 85 से ज्यादा सीटों बढ़त बनाई हुई है। टीएमसी की प्रचंड जीत पर सियासी बयान आने शुरू हो गए हैं। उत्तर प्रदेश में पूर्व मुख्यमंत्री और सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने बीजेपी पर तीखा हमला किया है।
अखिलेश यादव ने ट्वीट किया कि पश्चिम बंगाल में भाजपा की नफ़रत की राजनीति को हराने वाली जागरुक जनता, जुझारू सुश्री ममता बनर्जी जी व टीएमसी के समर्पित नेताओं व कार्यकर्ताओं को हार्दिक बधाई! ये भाजपाइयों के एक महिला पर किए गए अपमानजनक कटाक्ष ‘दीदी ओ दीदी’ का जनता द्वारा दिया गया मुँहतोड़ जवाब है। # दीदी_जिओ_दीदी।
पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी सत्ता की हैट्रिक के लिए संघर्ष कर रही हैं वहीं बीजेपी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की अगुवाई में प्रचार अभियान की कमान संभाली थी और ममता को सत्ता से बेदखल करने के लिए पूरी ताकत झोंक दी थी। पिछले विधानसभा चुनाव में बीजेपी सिर्फ तीन ही सीटें जीत सकी थी जबकि 2019 के लोकसभा चुनाव में उसने शानदार प्रदर्शन करते हुए राज्य की 42 में से 18 सीटों पर जीत हासिल की।
हालांकि दो चरणों की गिनती के बाद राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी अपने बीजेपी प्रतिद्वंद्वी शुभेंदु अधिकारी से नंदीग्राम सीट पर 3,460 मतों से पीछे चल रही हैं। सिंगूर सीट पर, तृणमूल कांग्रेस के मंत्री एवं प्रत्याशी बेचाराम मन्ना पहले चरण की गिनती के बाद अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी बीजेपी के रबिंद्रनाथ भट्टाचार्य से आगे चल रहे हैं। भवानीपुर से टीएमसी के प्रत्याशी, शोभनदेब चट्टोपाध्याय आगे चल रहे हैं और कोलकाता पोर्ट निर्वाचन क्षेत्र से फरहाद हाकिम भी आगे चल रहे हैं। भवानीपुर सीट ममता बनर्जी ने छोड़ी थी। वाम दल, कांग्रेस और इंडियन सेक्युलर फ्रंट (आईएसएफ) का गठबंधन महज तीन सीटों पर बढ़त हासिल कर सका है।