- ममता ने कहा कि नई पीढ़ी से देश की सच्चाई छिपाई जा रही है।
- उन्होंने कहा कि वे चाहते हैं कि स्वतंत्रता संग्राम के बारे में पता न चले सके।
- उन्होंने कहा कि अपने इतिहास को संभाल कर रखना समय की मांग है।
कोलकाता: पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने बुधवार को कहा कि एक राजनीतिक उद्देश्य के लिए वास्तविक दुनिया, ऐतिहासिक घटनाओं, भूगोल, विज्ञान को बदलने के लिए एक नई अवधारणा और मिशन आया है ताकि नई पीढ़ी को देश की सच्चाई और स्वतंत्रता संग्राम के बारे में पता न चले सके। अलीपुर संग्रहालय (पूर्व में अलीपुर सेंट्रल जेल) के उद्घाटन पर सीएम ममता बनर्जी ने कहा कि अपने इतिहास को संजोए रखना समय की मांग है। इसलिए हमने नेताजी सुभाष चंद्र बोस से जुड़ी फाइलों को डिजिटाइज कर जनता को सौंप दिया है।
उधर ममता बनर्जी ने सोमवार को कहा था कि उन्हें नहीं लगता कि पश्चिम बंगाल में ईडी, सीबीआई की कथित ज्यादतियों के पीछे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का हाथ है। वर्ष 2014 से नरेंद्र मोदी सरकार की घोर आलोचक रहीं बनर्जी ने यह आरोप भी लगाया कि बीजेपी के नेताओं का एक तबका अपने हित साधने के लिए एजेंसियों का दुरुपयोग कर रहा है।
ममता के बयान पर कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने मीडिया से कहा कि मुझे नहीं पता कि क्या वह मोदी जी को छोड़कर अमित शाह को घेरना चाहती हैं और उन्होंने फैसला कर लिया है कि मोदी जी अच्छे हैं। मैं स्पष्ट रूप से कहना चाहती हूं कि इस सरकार में मोदी की स्वीकृति के बिना परिंदा भी पर नहीं मारता है और ऐसे में अगर प्रधानमंत्री को जब आप क्लीनचिट देते हैं, तो क्या आप उन आरोपों से बरी करते हैं, जिन पर आज देश सवाल पूछ रहा है।
उन्होंने कहा कि अगर आप विपक्ष में हैं तो यह लुका-छिपी का खेल नहीं खेला जा सकता। हमारी पार्टी और हमारे नेता की रणनीति स्पष्ट है। हम जनता के मुद्दों पर सरकार को घेरेंगे। अगर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी हैं, तो उनसे सवाल पूछना हमारा धर्म है। राहुल गांधी जी यह काम खुलकर करते हैं। सुप्रिया ने कहा कि अब लुकाछिपी का खेल नहीं खेला जा सकता। अगर आप लुकाछिपी का खेल खेल रहे हैं, तो आपकी आपकी नीति और नीयत पर सवाल उठेंगे।