नई दिल्ली : कोरोना संकट के समय भी भारत दूसरे देशों की मदद करने से पीछे नहीं हट रहा है। हमेशा की तरह इस बार भी संकट में फंसे देशों को उबारने के लिए उसने मदद का हाथ बढ़ाया है। वियतनाम पहली बार भारत से चावल का आयात कर रहा है। जबकि फिजी में भारत की राहत सामग्री की दूसरी खेप पहुंची है। दिसंबर महीने में आए चक्रवात यासा ने फिजी में भारी नुकसान पहुंचाया है। चक्रवात से फिजी के दूसरे सबसे बड़े वनुआ लोवु आइलैंड के ज्यादातर घर क्षतिग्रस्त हो गए। हालांकि राजधानी सुवा और पर्यटक स्थल विटि लेवु चक्रवात से बचे रहे।
दुनिया का तीसरा सबसे बड़े चावल निर्यातक देश है वियतनाम
वियतनाम दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा चावल का निर्यातक देश है। अब इस देश ने दशकों में पहली बार भारत से चावल का आयात करना शुरू किया है। दरअसल वियतनाम में पिछले नौ वर्षों में चावल के दाम अब तक के अपने सबसे ऊंचे स्तर को छू गए हैं। थाइलैंड और वियतनाम में चावल का संकट अगर आगे भी बना रहा तो इन देशों के खरीददार भारत की तरफ रुख कर सकते हैं।
वियतनाम में चावल की आपूर्ति कम हुई
चावल उद्योग से जुड़े विशेषज्ञों का कहना है कि भारतीय कारोबारियों को जनवरी और फरवरी के दौरान 70,000 टन चावल का निर्यात करने का ऑर्डर मिला है। राइस एक्सपोर्टर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष बीवी, कृष्णा राव ने रायटर्स से कहा, 'ऐसा पहली बार है जब हम वियतनाम को चावल का निर्यात कर रहे हैं। भारतीय कीमतें काफी आकर्षक हैं। दाम में ज्यादा अंतर निर्यात को संभव बना रही है। वियतनाम में चावल की आपूर्ति में कमी और फिलिपींस की बढ़ती मांग ने इस देश में चावल की कीमतों को नौ साल की सबसे अधिक ऊंचाई पर पहुंचा दिया है।'
चक्रवात से प्रभावित हुआ है फिजी
एक आधिकारिक बयान में कहा गया, 'कोरोना महामारी की चुनौतियों के बीच बेहद कम समय में एनडीआरएफ ने छह टन से ज्यादा राहत सामग्री फिजी के लिए रवाना किया। इस राहत सामग्री को एयर इंडिया और फिजी एयरवेज की मदद से सिडनी होते हुए पहुंचाया गया। यह तीन देशों की एजेंसियों के बीच सहयोग से रिकॉर्ड समय में राहत सामग्री फिजी पहुंचाना संभव हो सका।' फिजी तक राहत सामग्री पहुंचाने में ऑस्ट्रेलिया का सहयोग अहम है क्योंकि क्वाड में शामिल हो जाने के बाद भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच दोनों देशों के बीच सहयोग और बढ़ा है।