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आज से भारतीय अंतरराष्ट्रीय विज्ञान महोत्सव, PM मोदी करेंगे उद्घाटन, जानें इसका महत्व

Updated Dec 22, 2020 | 06:30 IST | टाइम्स नाउ डिजिटल

India International Science Festival 2020: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज भारतीय अंतरराष्ट्रीय विज्ञान महोत्सव 2020 का उद्घाटन करेंगे। इसका समापन 25 दिसंबर को होगा।

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भारतीय अंतरराष्ट्रीय विज्ञान महोत्सव
मुख्य बातें
  • आज से भारतीय अंतरराष्ट्रीय विज्ञान महोत्सव-2020
  • 25 दिसंबर को होगा आईआईएसएफ-2020 का समापन
  • वर्ष 2020 को सही मायने में विज्ञान और वैज्ञानिकों का वर्ष कहा जा सकता है: डॉ. हर्षवर्धन

भारतीय अंतरराष्ट्रीय विज्ञान महोत्सव (IISF) का आरंभ आज से हो रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसका उद्घाटन करेंगे। आईआईएसफ-2020 की शुरुआत वर्ष 2015 हुई थी। कोविड महामारी को ध्यान में रखते हुए इस बार इसका आयेाजन ऑनलाइन किया जा रहा है। वर्चुअल माध्यम से आयोजित किया जाने वाला यह अब तक का सबसे बड़ा विज्ञान महोत्सव होने जा रहा है। उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू 25 दिसंबर को महोत्सव के समापन सत्र को संबोधित करेंगे।

केंद्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी, पृथ्वी विज्ञान और स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि देश में विज्ञान के क्षेत्र में सराहनीय प्रगति हुई है और इसलिए यह विचार किया गया कि बड़े पैमाने पर लोगों को देश में विज्ञान के विकास और उपलब्धियों के बारे में जानना चाहिए ताकि वह उसपर गर्व कर सकें। इस सोच के साथ ही 2015 में यह तय किया गया कि देश में अंतरराष्ट्रीय विज्ञान महोत्सव हर साल आयोजित किया जाना चाहिए जिसमें सभी लोग भाग ले सकें और विज्ञान का आनंद ले सकें।

वाजपेयी जी की जयंती पर समापन

डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि आईआईएसएफ एक वार्षिक आयोजन है। यह भारत सरकार की पहल पर विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग, जैव प्रौद्योगिकी विभाग, विदेश मंत्रालय, वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान परिषद और विज्ञान भारती (विभा) के साथ ही बड़ी संख्या में अन्य संगठनों के सहयोग से आयोजित किया जाता है। इस वर्ष आईआईएसएफ-2020 की शुरुआत विश्व प्रसिद्ध भारतीय गणितज्ञ श्रीनिवास रामानुजन के जन्मदिवस के अवसर पर 22 दिसंबर 2020 से हो रही है। इसका समापन 25 दिसंबर, 2020 को भारत के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के जन्मदिवस के अवसर पर होगा।

उन्होंने कहा कि इस वर्ष के उत्सव का विषय  'आत्मनिर्भर भारत और विश्व कल्याण के लिए विज्ञान' है जो आत्मनिर्भर भारत ​अभियान के लक्ष्य को पूरा करने के लिए वैज्ञानिक और तकनीकी प्रयासों के योगदान को प्रदर्शित करेगा। इस विज्ञान महोत्सव में बड़ी संख्या में छात्र, शिक्षक, वैज्ञानिक, शोधकर्ता, उद्यमी और कारीगर भाग लेने जा रहे हैं। वर्ष 2020 को सही मायने में विज्ञान और वैज्ञानिकों का वर्ष कहा जा सकता है।

5 श्रेणियों में गिनीज रिकॉर्ड बनाने का प्रयास

सीएसआईआर के निदेशक डॉ. शेखर सी मांडे और डीएसआईआर सचिव ने आईआईएसएफ-2020 के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि इस भव्य विज्ञान महोत्सव के लिए अब तक एक लाख से अधिक प्रतिभागी पंजीकरण करा चुके हैं। इतनी बड़ी संख्या में लोगों की भागीदारी से हम बहुत उत्साहित हैं। यह दर्शाता है कि लोग विज्ञान महोत्सव में रुचि रखते हैं और आईआईएसएफ विज्ञान को समाज के बीच ले जाने के एक प्रमुख मंच के रूप में उभरा है। आईआईएसएफ-2020की आयोजक नोडल संस्था सीएसआईआर-एनआईएसटीएडीएस की मुख्य समन्वयक और निदेशक डॉ. रंजना अग्रवाल ने बताया कि गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स का प्रयास करना इस बार आईआईएसएफ  की एक अनूठी पहल होगी। इस साल हम पांच श्रेणियों में गिनीज रिकॉर्ड्स बनाने की कोशिश कर रहे हैं। आईआईएसएफ-2020 का आयोजन 9 विभिन्न क्षेत्रों जैसे आमजन के लिए विज्ञान, छात्रों, उद्योगों और एमएसएमई के लिए विज्ञान, कृषि और ग्रामीण विकास के लिए विज्ञान, समग्र विकास, विज्ञान और कला, राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय संपर्क और सतत विकास शामिल हैं। 
 

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