- अनंतनाग में संदिग्ध आतंकवादियों ने दो स्थानीय युवाओं पर अंधाधुंध फायरिंग कर दी
- इस हमले में एक की मौत वहीं हो गई एक की इलाज के दौरान मौत हुई
- हमलावरों को पड़कने के लिए पूरे क्षेत्र की घेराबंदी कर दी गई है
नई दिल्ली: जम्मू कश्मीर में आतंकवाद की कमर सी टूट गई है और सुरक्षा बलों ने उनकी गतिविधियों पर काफी हद तक अंकुश लगा दिया है, तमाम आंतकवादी मारे जा चुके हैं जो बचे हैं वो भी भागे-भागे फिर रहे हैं, फिर भी आतंकी बीच-बीच में कुछ कायराना हरकतें कर ही देते हैं, ताजा मामला अनंतनाग जिले से सामने आया है जहां शनिवार की शाम संदिग्ध आतंकवादियों ने दो स्थानीय युवाओं पर अंधाधुंध फायरिंग कर दी, जिसमें वे गंभीर रूप से घायल हो गए जिसमें से एक की मौत वहीं हो गई एक की इलाज के दौरान मौत हुई।
गोलीबारी के बाद हमलावर घटनास्थल से मौका पाते ही फरार हो गए, जम्मू कश्मीर पुलिस ने कहा है कि हमले के बाद हमलावरों को पड़कने के लिए पूरे क्षेत्र की घेराबंदी कर दी गई है, पुलिस हमलावरों की जांच में जुट गई है।
सूत्रों के अनुसार, शनिवार रात लगभग आठ बजे जाबलीपोरा गांव में 35 साल के शाहनवाज भट्ट और 20 साल का स्टूडेंट संजीद अहमद पारे घर से निकल कर बातचीत कर रहे थे। उसी समय वहां पहुंचे आतंकियों ने उन पर गोलियां बरसा दीं और फरार हो गए गोलियां लगते ही दोनों वहीं गिर पड़े।
कुपवाड़ा में विस्फोट में घायल महिला की मौत
जम्मू कश्मीर के कुपवाड़ा जिले में एक विस्फोट में घायल हुई एक महिला की शनिवार को यहां एक अस्पताल में मौत हो गई। पुलिस ने यह जानकारी दी।एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि 49 साल की सारा बेगम और उसकी 19 साल बेटी गुलनाज बानो बुधवार को हुए विस्फोट में घायल हो गईं।
उन्होंने बताया कि शनिवार को सारा बेगम ने दम तोड़ दिया।उत्तरी कश्मीर जिले के हंदवाड़ा के शरकूट विलगाम इलाके की रहने वाली मां-बेटी बुधवार को कुछ सब्जियां लेने जंगल गई थी, जिस दौरान यह घटना हुई थी।