- हिज्बुल कमांडर रियाज नायकू को सुरक्षाबलों ने मिलकर मार गिराया था
- जम्मू-कश्मीर पुलिस के आईजी ने विस्तार से थी ऑपरेशन नायकू की जानकारी
- एकाउंटर के दौरान स्थानीय लोगों ने की थी जबरदस्त पत्थऱबाजी
श्रीनगर: जम्मू कश्मीर पुलिस के आईजी विजय कुमार ने बताया कि आर्मी, सीआऱपीआएफ और जम्मू कश्मीर पुलिस के सहयोग से लश्कर कमांडर रियाज नायकू को मार गिराया। उन्होंने कहा कि इस दौरान जमकर पत्थरबाजी भी हुई। हमने हालात पर काबू पाया कुछ पत्थरबाज घायल भी हुए हैं जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। विजय कुमार ने इस दौरान कई महत्वपूर्ण जानकारियां दीं।
ऑपरेशन रियाज नायकू के बारे में जानकारी देते हुए उन्होंने बताया, 'कई बार सुरक्षाबलों की टीम पूरी रात नहीं सोई क्योंकि वो इन आतंकियों के एक-एक मूवमेंट पर नजर रखे हुई थी। बहुत पिन प्वाइंट खबरें मिली। उसके बाद पुलिस ने पहले उस घर को घेर लिया फिर आर्मी को बुलाया गया, सीआरपीएफ को बुलाया गया। पहले दिन घर के अंदर से कोई मिलिटेंड नहीं मिला लेकिन हम कंफर्म थे कि कोई आतंकी जरूर होगा। हम लोगों ने घेराबंदी नहीं हटाई।'
सुबह रियाज ने शुरू की थी फायरिंग
विजय कुमार ने आगे बताया, 'कल सुबह जब पहले आतंकी ने 9 बजे फायरिंग की तो हमारी फोर्सेस ने भी जवाबी कार्रवाई की। इस दौरान पिछले तीन साल से जो हिज्बुल का कमांडर था वो मारा गया। पुलिस, सीआरपीएफ और आर्मी के लिए बड़ी कामयाबी है। इसके अलावा कल अवंतीपुर में आर्मी और पुलिस ने मिलकर एक एनकाउंटर किया था जिसमें दो आतंकी ढेर हो गए। कुल मिलाकर कल चार आतंकी मारे गए।'
जबरदस्त पथराव हुआ
उन्होंने बताया, 'पहली बार पांच अगस्त के बाद हमने देखा कि एनकाउंटर साइट पर लॉ एंड ऑर्डर की समस्या ज्यादा गंभीर हुई। एक पॉजिटिव साइन ये था कि ये लोकलाइज था। साउथ कश्मीर में कहीं कोई दिक्कत नहीं हुई। कल एनकाउंटर साइट पर जबरदस्त पथराव हुआ था जिसमें हमारे दो वाहन क्षतिग्रस्त हो गए। हम लोग उसे प्रोफेशनली हैंडल किए। 10-12 स्टोन पेल्टर घायल हुए हैं जिनमें से एक-दो को तो बुलैट इंजरी भी हुई है। सभी अस्पताल में भर्ती हैं और खतरे से बाहर हैं।'
पाकिस्तानी आतंकी था हैदर
एक सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा, 'जैसे कि आप जानते हैं कि पिछले साल 35 आंतकी मारे गए थे। घुसपैठ लगातार हो रही है। जब हमारे पांच जवान शहीद हुए थे हंदवाड़ा में तो उस दौरान एक ऐसा आंतकी मारा गया जिसे मीडिया ने हाइलाइट नहीं किया। बताया गया कि वो लोकल हैदर है जबकि वो पाकिस्तानी आतंकी हैदर था जो जाकिर मूसा का दाहिना हाथ था। ये हैदर पाकिस्तान का था जो बहुत एक्टिव था और रिक्रूटमेंट करता था जो लश्कर का बैक बोन था।'