- बांके बिहारी मंदिर यूपी के मथुरा जिले के वृंदावन में स्थित है
- यहां सड़कमार्ग और रेलमार्ग के जरिए पहुंचा जा सकता है
- इस मंदिर को स्वामी हरिदास ने 1864 में बनवाया था।
कृष्णभक्तों के लिए मथुरा के वृंदावन में स्थित बांके बिहारी मंदिर सबसे बड़ा धाम माना जाता है। हर दिन यहां हजारों श्रद्धालू अपने अराध्य का दर्शन करने पहुंचते हैं। जन्माष्टमी पर तो यहां कृष्णभक्तों को तांता लग जाता है। इस दिन यहां पहुंचना किसी चुनौती से कम नहीं होता। आइए हम आपको बताते हैं कि किस तरीके से बांके बिहारी मंदिर पहुंचा जा सकता है और इसमें से सबसे आसान रास्ता क्या है...
रेल मार्ग
बांके बिहारी मंदिर पहुंचने के लिए सबसे आसान और सस्ता मार्ग रेल का है। दिल्ली समेत विभिन्न राज्यों से मथुरा के लिए सीधी ट्रेनें चलती हैं। अगर हम दिल्ली से देखें तो ट्रेन के जरिए सिर्फ डेढ़ घंटे में मथुरा पहुंचा जा सकता है। जिसका किराया 354 रुपये से लेकर 1013 रुपये तक है।
सड़क मार्ग
ट्रेन के अलावा यहां सड़क मार्ग के जरिए भी पहुंचा जा सकता है। यहां भी दिल्ली समेत कई राज्यों से सीधी बसें चलती हैं, जिसके जरिए बांके बिहारी मंदिर पहुंचा जा सकता है। जिसमें साधारण और लग्जरी बसें शामिल हैं। इन बसों का किराया 500 से लेकर लगभग 3000 हजार रुपये तक है। बस से जाने में लगभग 4 घंटे का समय लगता है।
अगर आप सड़क मार्ग से जाना चाहते हैं, लेकिन बस में यात्रा करना पसंद नहीं है तो आप टैक्सी के जरिए भी बांके बिहारी मंदिर पहुंच सकते हैं। दिल्ली समेत सभी राज्यों से टैक्सी सर्विस उपलब्ध है। दिल्ली से टैक्सी का किराया 2700 से लेकर 3000 हजार तक है। इसके जरिए यात्रा करने में लगभग दो घंटे का समय लगता है।
ड्राइव
अगर आपके पास अपनी कार है और आप खुद ड्राइव करके मथुरा जाना चाहते हैं तो यह भी एक बेहतर विकल्प है। आप खुद ड्राइव करके यहां लगभग दो घंटे में बांके बिहारी मंदिर पहुंच सकते हैं। इस यात्रा के दौरान पूरा खर्च 1400 से लेकर 2100 तक आएगा।