नई दिल्ली : उत्तर प्रदेश पुलिस ने कमलेश तिवारी के हत्यारों के लिए इनामी राशि की ऐलान किया है। कमलेश तिवारी मर्डर मामले में उत्तर प्रदेश डीजीपी ने दोनों आरोपियों अशफाक और मोइनुद्दीन पठान के उपर 2.5-2.5 लाख यानि कुल 5 लाख का इनामी राशि की घोषणा की है।
कमलेश तिवारी की निर्मम हत्या के बाद उत्तर प्रदेश पुलिस हत्यारों की सख्ती से तलाश कर रही है। कई जगहों पर ताबड़तोड़ छापेमारी जारी है। इसी बीच उत्तर प्रदेश पुलिस ने हत्यारों के उपर 2.5-2.5 लाख यानि की कुल 5 लाख की इनामी राशि की घोषणा कर दी है।
इससे पहले उत्तर प्रदेश पुलिस ने इस हत्याकांड मामले में 5 संदिग्धों को हिरासत में लिया है। पुलिस ने संदेह जताया है कि कमलेश तिवारी को मौत के घाट उतारने वाले हत्यारे नेपाल भाग गए हैं।
यूपी डीजीपी ने बताया कि गुजरात एटीएस ने तीन संदिग्धों को सूरत से हिरासत में लिया है वहीं बिजनौर से भी दो मौलानाओं को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।
उन्होंने बताया कि अभी तक आतंकी कनेक्शन से जुड़ी किसी भी तरह की खबर सामने नहीं आ रही है लेकिन पुलिस हर पहलुओं पर केस की जांच कर रही है। जब मुख्य आरोपी का पता चलेगा उसके बाद ही सारी घटना की सत्यता का पता चलेगा।
पुलिस के मुताबिक सूरत के रहने वाले दोनों हत्यारे मोइन खान पठान और अशफाक खान पठान ने लखनऊ स्थित कमलेश तिवारी के आवास पर ही उसकी गला रेतकर हत्या कर दी थी। इसके बाद उन्हें गोली भी मारी थी। वे मिठाई के डब्बे में पिस्तौल और चाकू छुपा कर लाए थे।
गुजरात एटीएस की प्रारंभिक जांच में ये पता चला है कि हत्या करने के बाद आरोपी लखनऊ के एक होटल में रुके थे, वहां पर कपड़े बदले और फिर वहां से फरार हो गए। पुलिस की टीम ने होटल के कमरे से खून से सना एक भगवा कुर्ता भी बरामद किया था।
हत्यारे उनसे दिवाली का आशीर्वाद लेने के बहाने उनके घर पर आए थे। गिफ्ट में मिठाई देने के बहाने वे मिठाई के डिब्बे में चाकू व पिस्तौल छुपा कर लाए थे। मौके पर से बरामद किया गया वो डब्बा ही पुलिस के लिए बड़ा सुराग बना। गुजरात पुलिस की जांच में ये भी पता चला है कि हत्यारों ने पहले फेसबुक पर फर्जी अकाउंट बनाकर पहले कमलेश से दोस्ती की थी।