Congress president election: कांग्रेस अध्यक्ष का चुनाव जैसे-जैसे नजदीक आ रहा है वैसे-वैसे इसमें पेंच फंसता दिख रहा है। गांधी परिवार का अगला अध्यक्ष होगा या नहीं सस्पेंस अभी भी बरकरार है। पार्टी के ज्यादातर नेता चाहते हैं कि राहुल अध्यक्ष पद संभालें, लेकिन राहुल गांधी हैं की वो तैयार ही नहीं हैं। इसके पीछे भी कोई रणनीतिक वजह हो सकती है लेकिन कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए तय शेड्यूल जो की 20 अगस्त से 20 सितंबर के बीच का था, शुरू हो चुका है। लेकिन पार्टी के ज्यादातर बड़े नेताओं को इस बात का इल्म भी नहीं है कि कांग्रेस का अगला अध्यक्ष कौन होगा? सब गांधी परिवार के इशारे का इंतजार कर रहे हैं।
कांग्रेस का पूर्णकालिक अध्यक्ष राहुल गांधी बन सकते हैं लेकिन अगर वो नही बन रहे हैं तो इसके पीछे गांधी परिवार की क्या सोच है, इसको कांग्रेस के नेता भी डिकोड नही कर पा रहे। हालांकि, कुछ नाम जरूर कांग्रेस अध्यक्ष की रेस में बताए जा रहे हैं जिनमें अंबिका सोनी, अशोक गहलोत, मल्लिकार्जुन खड़गे और मुकुल वासनिक का नाम बताया जा रहा है। इन सब नामों पर अगर गौर करें तो गांधी परिवार के प्रति निष्ठा को तवज्जो दी गई है।
अब सवाल ये उठता है की राहुल गांधी खुद या गांधी परिवार के किसी भी सदस्य को कांग्रेस अध्यक्ष क्यों नही बनने देना चाहते हैं। सूत्रों के मुताबिक राहुल गांधी के अध्यक्ष नही बनने के पीछे ये वजहें हैं–
- राहुल नहीं चाहते की एक बार फिर 2024 का लोकसभा चुनाव उनके बनाम मोदी हो।
- राहुल जानते हैं कि नहीं चाहते हुए भी कांग्रेस का अध्यक्ष अगर कोई गांधी होगा तो मीडिया उसके बनाम मोदी का नैरेटिव बना देगा।
- राहुल की पहली प्राथमिकता मोदी को हराना है। राहुल ये भी जानते हैं कि विपक्ष के कई दल उनके नाम पर सहज नहीं होंगे।
- ये भी हो सकता है की विपक्ष की एकता बनाए रखने के लिए कांग्रेस की बजाय किसी और दल के नेता को मोदी के मुकाबले खड़ा किया जाय।
राहुल की सियासी सोच सामने आ सकती है
कांग्रेस का अगला अध्यक्ष अगर राहुल गांधी या गांधी परिवार से नहीं होता है तो इसमें राहुल की हठधर्मिता से ज्यादा राहुल की सियासी सोच सामने आ सकती है। पिछले कुछ सालों में जिस तरह से राहुल गांधी को लेकर नैरेटिव बनाया गया उसको देखते हुए 2019 के बाद राहुल गांधी के कांग्रेस अध्यक्ष बनने के लिए पार्टी ने कोई ऐसी बड़ी जीत हासिल नहीं की है। जिसको दिखा कर राहुल कांग्रेस की गद्दी पर दोबारा बैठें। बहरहाल पार्टी की और अपनी छवि को जनता से जुड़ने के लिए राहुल भारत जोड़ो यात्रा पर निकल जाएंगे।