- कुमार विश्वास ने ट्वीट कर एक बार फिर अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधा
- दिल्ली में शराब की कीमतों पर केजरीवाल सरकार ने हटाया कोरोना सेस
- विश्वास बोले- शराब माफिया के सामने घुटने टेकते स्वराज के आत्माशून्य बौनेश्वर
नई दिल्ली: कभी आम आदमी पार्टी के प्रमुख चेहरे और केजरीवाल के करीबी रहे कवि डॉ. कुमार विश्वास इन दिनों केजरीवाल सरकार को निशाने पर लेने का कोई मौका नहीं छोड़ते हैं। डॉ. विश्वास अक्सर अपने ट्वीटर हैंडल से दिल्ली सरकार की खामियों को लेकर सीधे केजरीवाल पर तंज कसते हैं। इस बार उन्होंने दिल्ली में स्वास्थ्य संकट और शराब की कीमतों से कोरोना कर हटाने को लेकर मुख्यमंत्री को निशाने पर लिया है।
सरकार के शराब पर सेस हटाने को लेकर कही ये बात
दरअसल दिल्ली सरकार ने फैसला किया है कि दिल्ली में 10 जून से शराब कम दाम में मिलेगी क्योंकि आप सरकार ने इसकी बिक्री पर लगाया 70 फीसदी ‘विशेष कोरोना शुल्क’ वापस लेने का फैसला किया है। इसी को लेकर कुमार विश्वास ने ट्वीट करते हुए लिखा, 'शराब माफिया से लगातार मिलरही दलाली पर पल रहे “छोटे निर्वीर्य नायब” की सलाह पर शराब माफिया के सामने घुटने टेकते स्वराज के आत्माशून्य बौनेश्वर। केंद्र दे दे बस?'
दिल्ली में स्वास्थ्य संकट
दिल्ली में इस समय कोरोना मरीजों की बढ़ती संख्या के कारण स्वास्थ्य संकट पैदा हो गया है। कई अस्पतालों पर लापरवाही के आरोप लग रहे हैं ऐसे में मुख्यमंत्री केजरीवाल ने अस्पतालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की चेतावनी जारी की है। केजरीवाल की इस चेतावनी की दिल्ली मेडिकल एसोसिएशन ने कड़ी आलोचना की है। एसोसिएशन का कहना है कि है कि सर गंगा राम अस्पताल के खिलाफ एफआईआर निंदनीय है।
विश्वास ने लिखा- चुनावों से पहले मांग लेगा माफी
इस पर भी कुमार विश्वास ने ट्वीट करते हुए लिखा, ‘अरे आप सब डाक्टर्स बिल्कुल बुरा मत मानिए! आप बस पीड़ितों का इलाज करते रहिए प्लीज़। ज़िम्मेदारी का ठीकरा मोदी-केंद्र-MCD पर फोड़ते-फोड़ते इस बार थककर अपने निकम्मेपन का ठीकरा आप लोगों पर फोड़ दिया है बस! चुनावों से ठीक पहले फिर माफी माँग लेगा! आदत है इस आजमाए हुए नुस्खे की।’
इसके अलावा एक और ट्वीट का जवाब देते हुए केजरीवाल को निशाने पर लिया और लिखा, 'बेहद डरावना और रुला देने वाला है यह ! अपने सामने अपने पिता को सरकार की जहालत के कारण मरते देखने वाले बच्चों की बद्दुआओं से भी नहीं डरते सत्ता में बैठे थोबड़ा-दिखाऊ धूर्तेश्वर ? उफ़'