- भारत औऱ चीन के बीच हुई विदेश मंत्रालय स्तर की बातचीत
- दोनों पक्षों ने आपसी मुद्दों का समाधान शांतिपूर्ण तरीके से निकालने पर जताई सहमति
- शनिवार को होनी है दोनों देशों के कोर कमांडरों की अहम बैठक
नई दिल्ली: भारत और चीन के बीच पिछले एक महीने से भी ज्यादा समय से पूर्वी लद्दाख में तनाव चल रहा है। तनाव को खत्म करने के लिए शनिवार को दोनों पक्षों के बीच कोर कमांडर स्तर की बैठक होनी है लेकिन बैठक से ठीक पहले शुक्रवार शाम दोनों देशों के विदेश मंत्रालयों के बीच अहम बातचीत हुई। यह पहली बार है जब लद्दाख में गतिरोध पैदा होने के बाद विदेश मंत्रालय स्तर की बातचीत हुई हो। बैठक के दौरान दोनों पक्ष इस बात पर सहमत हुए कि आपसी मुद्दों का समाधान शांतिपूर्ण तरीके से निकाला जाएगा।
आपसी सहमति पर जोर
संयुक्त सचिव स्तर की हुई बातचीत में दोनों देशों ने एक-दूसरे की भावनाओं का सम्मान करते हुए आपसी विवाद के मुद्दों का हल निकालने पर जोर दिया। समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक दोनों देशों ने वर्तमान घटनाक्रम पर चर्चा की और इस बात पर सहमति जताई कि दोनों देशों को शांतिपूर्ण चर्चा के माध्यम से अपने मतभेदों को सुलझाना चाहिए।
शनिवार को होनी है जनरल स्तर की बैठक
विदेश मंत्रालय के मुताबिक, दोनों देशों ने आम सहमति बनाने पर जोर दिया तांकि स्थिर संबंधों को लेकर दुनिया के लिए एक सकारात्मक संदेश जाए। बैठक ऐसे समय में हुई जब शनिवार सुबह दोनों देशों के बीच लेफ्टिनेंट जनरल स्तर की वार्ता होनी है। भारतीय सेना के सूत्रों की मानें तो यह बैठक लद्दाख सेक्टर के चुशुल में होगी। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हुई इस बैठक में दोनों देशों ने कोविड-19 महामारी के कारण पैदा हुई चुनौतियों पर भी बातचीत की।
विदेश मंत्रालय का बयान
विदेश मंत्रालय ने कहा, ‘दोनों पक्ष इस बात पर सहमत हुए कि दोनों देशों के नेतृत्वों के मार्गदर्शन के तहत दोनों देशों को अपने मतभेदों को शांतिपूर्ण चर्चा के जरिये दूर करना चाहिए। इन मतभेदों को दूर करने वाली चर्चा के दौरान दोनों पक्ष एक दूसरे की संवेदनशीलता, चिंताओं और आकांक्षाओं का सम्मान करेंगे और इन्हें विवाद नहीं बनने देंगे।' आपको बता दें कि पूर्वी लद्दाख के कम से कम चार क्षेत्रों में पिछले एक महीने से भारत और चीन के सैनिकों के बीच सैन्य गतिरोध चल रहा है।