- साल 1997 में दक्षिण कोरियाई कंपनी एलजी कैमिकल्स ने किया था प्लांट का अधिग्रहण
- भारत में पॉलीस्टरीन निर्माण में अग्रणी कंपनी है एलजी कैमिकल्स
- उत्पादन में होता है ज्वलनशील स्टरीन का इस्तेमाल, जलने पर निकलती है ज़हरीली गैस
नई दिल्ली: आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम में वाइजैग स्थित कैमिकल प्लांट में गैस लीक में दो वृद्ध और एक 8 साल की बच्ची सहित कम से कम 8 लोगों के जान गंवाने की घटना सामने आई है। रिपोर्ट्स के अनुसार गुरुवार सुबह हुई इस घटना में करीब 5 हजार लोग इस गैस लीक के प्रभाव में आकर बीमार हो गए हैं। यहां जानिए उस एलजी पॉलीमर प्लांट के बारे में सबकुछ जहां यह गैस लीक का मामला सामने आया है।
- जहां से गैस लीक हुई है वह दक्षिण कोरियाई कंपनी एलजी कैमिकल लिमिटेड का पॉलीमर प्लांट था। कंपनी की वेबसाइट पर उपलब्ध जानकारी के अनुसार यहां पॉलीस्टरीन प्रोडक्ट बनते थे।
- यहां ऐसे उत्पाद बनाए जाते थे जिसकी मदद से इलेक्ट्रिक फैन की ब्लेड, कप, कंटेनर, कॉस्मैटिक प्रॉडक्ट जैसी कई चीजों की मैन्युफैक्चरिंग की जाती थी।
- रॉ मटीरियल के तौर पर प्लांट में स्टरीन का इस्तेमाल होता था, यह बहुत तेजी से आग पकड़ता है और आग लगने के बाद इसमें से जहरीली गैस निकलती है।
- साल 1961 में पॉलीस्टीरीन और अन्य पॉलीमर्स के लिए 'हिंदुस्तान पॉलीमर्स' के नाम से स्थापित हुई थी कंपनी।
- साल 1978 में UB ग्रुप के Mc. Dowell and Co. Ltd में शामिल हो गई थी।
- इसके बाद साल 1997 में इसे साउथ कोरियाई कंपनी एलजी कैमिकल्स ने टेक ओवर किया और इसका नाम एलजी पॉलीमर्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड कर दिया गया।
- दक्षिण कोरिया और पूरी दुनिया में बेहद मजबूत है एलजी कैमिकल्स का व्यापार।
- भारत में पॉलीस्टरीन और एक्सपेंडेबल पॉलीस्टरीन के क्षेत्र में एलजी कैमिकल्स अग्रणी कंपनी है।
बता दें कि रिपोर्ट्स के अनुसार गुरुवार सुबह तड़के करीब 2.30 से तीन बजे के करीब गैस लीकेज शुरु हो गई थी। गैस लीकेज के बाद पास के कई नजदीकी गांवों को खाली कराया गया है और 20 गांव इससे प्रभावित बताए जा रहे हैं। घटना विशाखापट्टनम के आरआर वेंकटपुरम गांव में हुई है। प्रधानमंत्री मोदी ने भी घटना को लेकर बैठक बुलाई है।