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लॉकडाउन: यूपी की इन मस्जिदों में जुमे की नमाज के लिए नहीं जुटेगी भीड़, जिलाधिकारियों की पहल रंग लाई

Updated Mar 27, 2020 | 00:36 IST

Lockdown In Uttar Pradesh : प्रदेश में एक बड़ी चुनौती मुस्लिम बहुल जिलों की मस्जिदों में शुक्रवार को पढ़ी जाने वाली नमाज में जुटने वाली भीड़ है लेकिन योगी सरकार ने इसका रास्ता भी निकाल लिया है।

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लॉकडाउन के दौरान लोगों से परेशानी से बचाने के लिए योगी सरकार ने किए उपाय।
मुख्य बातें
  • लॉकडाउन को पूरी तरह लागू करने के लिए सक्रिय है यूपी सरकार की मशीनरी
  • इन छह मुस्लिम बहुल जिलों की मस्जिदों में शुक्रवार को नमाज पढ़ने नहीं आएंगे लोग
  • जिलाधिकारियों ने मुस्लिम धर्मगुरुओं के साथ की बैठक, फिर बनी सहमति

लखनऊ : देश 21 दिनों के लॉकडाउन के दौर से गुजर रहा है। इस लॉकडाउन को देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश में पूरी तरह लागू कराने के लिए उत्तर प्रदेश का प्रशासनिक अमला और पूरी मशीनरी जुट गई है। खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लॉकडाउन से जुड़ी सभी प्रशासनिक गतिविधियों की करीबी निगरानी कर रहे हैं। प्रदेश में एक बड़ी चुनौती मुस्लिम बहुल जिलों की मस्जिदों में शुक्रवार की नमाज में जुटने वाली भीड़ है लेकिन योगी सरकार ने सूझ-बूझ का परिचय देते हुए इसका रास्ता भी निकाल लिया है। रामपुर, अमरोहा, हापुड़, अयोध्या, मुरादाबाद और बुलंदशहर जिलों की मस्जिदों में शुक्रवार को जुमे की नमाज के लिए लोग नहीं जुटेंगे। मुस्लिम धर्मगुरुओं ने लोगों से अपील की है कि वे जुमे की नमाज अपने घर से पढ़ें। 

दरअसल, कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने के लिए सरकार ने एक जगह भीड़ के जुटने पर पाबंदी लगाई है और राज्य सरकारों को इसे सख्ती से लागू करने का निर्देश दिया है। ऐसे में योगी सरकार के समक्ष मस्जिदों में जुटने वाली भीड़ को रोकना एक बड़ी चुनौती थी। लॉकडाउन के बाद पहला शुक्रवार 27 मार्च को है। हमेशा की तरह इस शुक्रवार भी मस्जिदों में नमाज पढ़ने के लिए बड़ी संख्या में लोग जुटते। मस्जिदों में आने वाली भीड़ को देखते हुए मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने इन छह जिलों के जिलाधिकारियों को इसका रास्ता निकालने की जिम्मेदारी सौंपी।मुख्यमंत्री के निर्देश पर इन जिलों के जिलाधिकारियों ने विशेष रणनीति पर काम करते हुए मुस्लिम धर्मगरुओं से बातचीत करने की पहल शुरू की। 

जिलाधिकारियों ने इन जिलों की बड़ी मस्जिदों के मौलवियों एवं शहर के प्रतिष्ठित मुस्लिम धर्मगुरुओं से बात कर उन्हें कोरोना वायरस से बढ़ते खतरे से अवगत कराया। मुस्लिम धर्मगुरुओं ने भी माना कि यह संकट बड़ा है और सभी को मिलजुलकर इसका सामना करना चाहिए। जिलाधिकारियों के साथ कई दौर की बातचीत के बाद इस बात पर सहमति बन गई कि मस्जिदों में शुक्रवार की नमाज तो पढ़ी जाएगी लेकिन इसमें बहुत कम लोग शामिल होंगे। 

मुस्लिम धर्म गुरुओं ने लोगों से अपील की है कि वे इस शुक्रवार अपने घर से जुमे की नमाज पढ़ें। नमाज के समय मस्जिदों से लाउड्स्पीकरों से अजान दी जाएगी जिसे वे सुन सकेंगे। हापुड़ की जिलाधिकारी अदिति सिंह ने इस बारे में एक ट्वीट किया है।

लॉकडाउन के दौरान रामपुर में लोगों को आवश्यक वस्तुओं की कमी न हो और जरूरतमंदों तक सारी चीजें समय पर पहुंचे, इसकी निगरानी खुद जिलाधिकारी अंजनेय कुमार कर रहे हैं। आवश्यक सेवाओं को लोगों तक निर्बाध पहुंचाने के लिए जनपद मुख्यालय पर कंट्रोल रूम स्थापित किए गये हैं जो कॉल सेंटर की तरह  कार्य करेंगे। किसी भी तरह की समस्या, आवश्यक सेवा या सूचना के लिए लोग कंट्रोल रूम से संपर्क स्थापित कर सकते हैं। 


अयोध्या में लोगों को आवश्यक वस्तुओं की कमी न हो जिला प्रशासन इस बात का पूरा ध्यान दे रहा है। यहां के जिलाधिकारी अनुज कुमार झा ने बताया कि शहर में रीटेलर्स ऑर्डर पर घर पर वस्तुओं एवं सामान की डिलीवरी करेंगे। 

लॉकडाउन के दौरान बुलंदशहर में लोगों को परेशानी से बचाने के लिए प्रशासन की तरफ से खास इंतेजाम किया जा रहे हैं। जिलाधिकारी बुलंदशहर रविंद्र कुमार ने लोगों से घर से बाहर न निकलने की अपील की है। साथ ही सेवाओं से जुड़ी जानकारी पाने के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किए गए  हैं।

अमरोहा में लॉकडाउन का पूरी तरह पालन कराने और आवश्यक वस्तुओं एवं सेवाओं की बहाली के लिए प्रशासनिक अमला पूरी तरह जुटा हुआ है। जिलाधिकारी उमेश मिश्रा ने गुरुवार को खुद अमरोहा का भ्रमण कर स्थिति का जायजा लिया

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