रिश्वत (Bribe) हमारे देश क्या दुनिया में भी एक गंभीर समस्या माना गया है लेकिन ये भी सत्य है कि इसपर कोई अंकुश नहीं लग पा रहा है और ये बदस्तूर जारी है, मगर उस वक्त क्या हो कोई रिश्वत लेने को ही जस्टीफाई करे वो भी कोई आम आदमी नहीं बल्कि एक जनप्रतिनिधि, जी हां मध्य प्रदेश से ऐसा ही मामला सामने आया है। वहां के पथरिया की विधायक रामबाई (BSP MLA Rambai) से लोगों ने रिश्वत लिए जाने की शिकायत की तो उनका कहना था कि हजार-पांच सौ की घूस लेना ठीक है पर 10 हजार लेना गलत है।
कुछ दिन पहले PM आवास के नाम पर रिश्वत मांगे जाने की शिकायत लेकर सतऊआ गांव के लोग विधायक के पास आए थे उनका कहना था कि महकमे के अधिकारी इस काम के लिए हजारों रुपए की डिमांड कर रहे हैं।
इस मामले को देखते हुए बीएसपी विधायक रामबाई (BSP MLA Rambai) संडे को सतऊआ पहुंचीं और वहां चौपाल लगाई इसमें संबंधित अफसरों को भी बुलाया गया, ग्रामीणों ने उनके सामने ही अधिकारियों और कर्मचारियों पर वसूली के आरोप लगाए।
इस पर विधायक रामबाई ने कहा- 1,000 रुपए लेते तो कोई दिक़्कत नहीं थी। आटे में नमक चलता है, हम तुमसे मना नहीं कर रहे हैं...
वहीं इस मामले को लेकर राज्य में विपक्ष तंज कस रहा है और कह रहा है कि सब कुछ अंधेर नगरी चौपट राजा जैसा चल रहा है गौर हो कि रामबाई बसपा के टिकट के विधायक चुनी गई थीं पर फिलहाल उनको पार्टी ने निलंबित कर रखा है।