मुंबई : महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे की अगुवाई में सरकार गठन के बाद हालांकि सियासी अनिश्चितताओं का दौर समाप्त हो गया है, पर गठबंधन पार्टियों- शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस के बीच मंत्रालयों के बंटवारे को लेकर अब तक स्पष्ट स्थिति नजर नहीं आ रही है, जिसके कारण 'बहुप्रतीक्षित' मंत्रिमंडल विस्तार अब तक नहीं हो पाया है। अब बताया जा रहा है कि यहां दिसंबर के आखिर में मंत्रिमंडल विस्तार हो सकता है, जिसमें 36 मंत्री शपथ लेंगे। इसमें एनसीपी नेता अजित पवार को भी जगह मिल सकती है।
बताया जाता है कि मंत्रिडल विस्तार को लेकर एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने सोमवार शाम महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से सह्याद्री अतिथि गृह में करीब एक घंटे तक चर्चा की, जिसमें कांग्रेस का कोई नेता मौजूद नहीं था। एनसीपी के एक नेता ने बताया कि महाराष्ट्र में मंत्रिमंडल का विस्तार 30 दिसंबर को हो सकता है, जिसमें अजित पवार एक बार फिर से उपमुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ले सकते हैं। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि इस बारे में कांग्रेस से भी चर्चा की जाएगी।
यहां उल्लेखनीय है कि महाराष्ट्र में अजित पवार ने उस वक्त सबको चौंका दिया था, जब उन्होंने बीजेपी और शिवसेना के बीच सत्ता की खींचतान के बीच अचानक देवेंद्र फडणवीस की अगुवाई में दोबारा बनी सरकार में 23 नवंबर को डिप्टी सीएम के तौर पर शपथ ली थी। यह शपथ-ग्रहण ऐसे समय में हुआ था, जबकि एनसीपी-कांग्रेस गठबंधन की शिवसेना के साथ मिलकर सरकार बनाने की बात लगभग साफ हो चुकी थी। अजित पवार तब एनसीपी विधायक दल के नेता थे। हालांकि पवार ने बार-बार स्पष्ट किया उनकी पार्टी के विधायक उनके साथ हैं और वे बीजेपी सरकार को समर्थन नहीं देंगे।
इस बीच एक नाटकीय घटनाक्रम में अजित पवार ने 26 नवंंबर को डिप्टी सीएम पद से इस्तीफा दे दिया, जिसके बाद फडणवीस ने भी इस्तीफा दे दिया। इस तरह चंद घंटों के भीतर राज्य में बीजेपी सरकार गिर गई, जिसके बाद शिवसेना-एनसीपी-कांग्रेस की सरकार बनी और उद्धव ठाकरे मुख्यमंत्री बने।