- बीजेपी को देश पर अधिक ध्यान देना चाहिए: उद्धव ठाकरे
- प्रधानमंत्री को स्वीकार करना चाहिए जीएसटी व्यवस्था विफल हो गई है: ठाकरे
- संजय राउत ने 25 साल तक सत्ता में रहने की बात की
नई दिल्ली: विजय दशमी के मौके पर दशहार रैली को संबोधित करते हुए महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा कि जो लोग अब हमारे हिंदुत्व पर सवाल उठा रहे हैं, वे बाबरी मस्जिद गिराए जाने के समय शर्मिंदा महसूस कर रहे थे। उन्होंने कहा कि हमसे हिंदुत्व के बारे में पूछा जा रहा है कि हम राज्य में मंदिर क्यों नहीं खोल रहे हैं। वे कहते हैं कि मेरा हिंदुत्व बालासाहेब ठाकरे से अलग है। आपका हिंदुत्व घंटियां और बर्तन बजाने वाला है, हमारा हिंदुत्व ऐसा नहीं है।
ठाकरे ने भाजपा को उनकी 11 महीने पुरानी सरकार को गिराने की चुनौती दी। उन्होंने कहा, 'अब एक साल हो गया है। जिस दिन मैं सीएम बना, उसी दिन से कहा जा रहा था कि राज्य सरकार गिर जाएगी। मैं चुनौती देता हूं और कहता हूं कि अगर आपमें हिम्मत है, तो इसे करके दिखाएं। भाजपा को लोगों को जाति और धर्म के आधार पर नहीं बांटना चाहिए। पार्टी को देश पर अधिक ध्यान देना चाहिए।'
उन्होंने कहा कि जीएसटी व्यवस्था विफल हो गई है, प्रधानमंत्री को इसे स्वीकार करना चाहिए और पुरानी व्यवस्था को फिर से लागू करना चाहिए। हमें (महाराष्ट्र को) अभी तक जीएसटी का 38,000 करोड़ रुपये का बकाया नहीं मिला है। आप बिहार में मुफ्त टीके देने की बात कर रहे हैं। क्या बाकी देश पाकिस्तान या बांग्लादेश है? ऐसा बोलने वालों को खुद पर शर्म आनी चाहिए। आप केंद्र में हैं।
25 साल तक सत्ता में रहने का दावा
वहीं इस मौके पर संजय राउत ने कहा कि यहां से सब कुछ 'महा' होगा- महा अगाड़ी, महाराष्ट्र आदि। यदि यह 'महा' दिल्ली की ओर बढ़ता है तो आश्चर्यचकित न हों। पिछले साल मैंने कहा था कि इस साल हमारे पास शिवसेना के सीएम होंगे और देखो यह हुआ है। यह सरकार अपना 5 साल का पूरा कार्यकाल पूरा करेगी। वास्तव में हम 25 साल तक रहेंगे।
कंगना पर निशाना
अभिनेत्री कंगना रनौत पर परोक्ष निशाना साधते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि कुछ लोग रोजी-रोटी के लिए मुंबई आते हैं और शहर को पीओके (पाकिस्तान के कब्जे वाला कश्मीर) बोलकर उसे गाली देते हैं। ठाकरे ने सुशांत सिंह राजपूत की मौत के मामले में अपने बेटे आदित्य ठाकरे पर लग रहे आरोपों पर चुप्पी तोड़ते हुए कहा, 'बिहार के बेटे को न्याय के लिए शोर मचा रहे लोग महाराष्ट्र के बेटे के चरित्र हनन में लगे हैं।'