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Rashtravad: बाल ठाकरे की शिवसेना को एकनाथ शिंदे ही बचाएंगे?  सियासी घटनाक्रम पर बीजेपी की पैनी नजर

Updated Jun 23, 2022 | 19:41 IST

महाराष्ट्र  में शिवसेना की अगुवाई वाली उद्धव ठाकरे सरकार में घमासान मचा हुआ है। एकनाथ शिंदे के समर्थन में शिवसेना के विधायकों की संख्या बढ़ती जा रही है। इस बीच पूरे सियासी घटनाक्रम पर बीजेपी की पैनी नजर है।अब सवाल ये है कि उद्धव ने हार मानी, महाअघाड़ी से बाहर आएंगे ? 

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क्या उद्धव ठाकरे की सीएम कुर्सी जाना सिर्फ औपचारिकता रह गई है ...क्या एकनाथ शिंदे ही बाला साहेब ठाकरे की विरासत को आगे बढ़ाएंगे ...क्या पार्टी को बचाने के लिए उद्धव ठाकरे एनसीपी कांग्रेस से नाता तोड़कर एनडीए में वापसी करेंगे....वैसे भी अब कुर्सी बचना मुश्किल ही है तो पार्टी बचाने के लिए उद्धव ठाकरे ये दांव खेलेंगे 

संजय राउत के इस बयान में कितनी सच्चाई है ...ये तो वहीं जानें...लेकिन संजय राउत के इस बयान के बाद शिंदे गुट से साफ कर दिया है कि पहले उद्धव ठाकरे इस्तीफा दें और महाअघाड़ी गठबंधन से बाहर निकलें तभी बात होगी।

 .....सवाल ये भी है शिवसेना अगर ऐसा करती है तो फिर एनसीपी कांग्रेस क्या करेगी ....राउत के बयान के बाद कांग्रेस में भी बैठकों का दौर शुरू हो गया है......अभी मौजूदा हालात में शिवसेना की चाबी एकनाथ शिंदे के हाथ में दिख रही है ..... उद्धव ठाकरे के 55 विधायकों में से 42 विधायक शिंदे खेमे में गुवाहाटी में हैं ...ये दावा शिंदे ने खुद किया है ..

एकनाथ शिंदे गुट ने आज शक्ति प्रदर्शन करते हुए 42 विधायकों का वीडियो भी जारी किया है ...हांलांकि उद्धव खेमा अब भी दावा कर रहा है कि शिंदे खेमे में गुवाहाटी गए 21 विधायक उनके संपर्क में हैं और मुंबई लौटने पर खुलासा हो जाएगा ...उद्धव खेमे नेआरोप लगाया है कि विधायकों को  किडनैप किया है ..

सियासी संग्राम....महाराष्ट्र में आगे क्या ?

  • शिंदे के सामने उद्धव ने हार मानी ?
  • महाअघाड़ी से बाहर आएगी शिवसेना ? 
  • शिंदे ही होंगे शिवसेना के BOSS ?
  • शिंदे के दांव ने खेल बदल दिया ?
  • बाला साहेब की शिवसेना को शिंदे ही बचाएंगे ? 
  • उद्धव का त्यागपत्र तैयार, फडणवीस का इंतजार ?


बागियों का खुला पैगाम...उद्धव के नाम-

माननीय उद्धव जी
कल वर्षा बंगले के दरवाजे सचमुच जनता के लिए खोल दिए गए, बंगले पर भीड़ देखकर खुशी हुई । पिछले ढाई साल से शिवसेना विधायक के तौर पर ये दरवाजे हमारे लिए बंद थे। उद्धव जी आपके आस पास ऐसे लोग हैं जो चुनकर नहीं आए हैं लेकिन उनके जरिए आप तक पहुंचना पड़ता था। मंत्रालय में मुख्यमंत्री छठी मंजिल पर बैठते हैं और सबसे मिलते हैं लेकिन हमें ये मौका मिला ही नहीं क्योंकि आप मंत्रालय जाते ही नहीं। अपने क्षेत्र के काम के लिए, निजी परेशानियों को लेकर कई अनुरोधों के बाद आपसे मुलाकात का समय मिलता था लेकिन वर्षा बंगले पर पहुंचने पर घंटों खड़ा रखा जाता था । मैं फोन करता था, तो फोन रिसीव नहीं होता था। हमारा सवाल है कि 3 से 4 लाख वोटों से चुने जाने वाले विधायकों के साथ अपमानजनक व्यवहार क्यों किया गया ?

  • हिंदुत्व पर क्लीन बोल्ड उद्धव ठाकरे  ?
  • महाराष्ट्र में सियासी खेल...शिंदे पास...उद्धव फेल ?
  • कल बंगला छोड़ा आज कुर्सी छोड़ेंगे उद्धव ?
  • शिवसेना में दोफाड़ के पीछे 'पवार' जिम्मेदार ?
     

ऐसे में आज के सवाल हैं -

शिंदे के सामने उद्धव ठाकरे ने हार मानी ?
क्या महाअघाड़ी से बाहर आएंगे उद्धव ठाकरे ? 
बाला साहेब की शिवसेना को एकनाथ ही बचाएंगे ? 
उद्धव का त्यागपत्र तैयार..फडणवीस का 'इंतजार' ? 

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