- ममता बनर्जी विपक्षी नेताओं से मुलाकात करेंगी।
- संसद के शीतकालीन सत्र को लेकर चर्चा करेंगी।
- तीन कृषि कानूनों की वापसी के बाद संसद में विपक्ष सत्ता पक्ष पर जोरदार हमला कर सकता है।
नई दिल्ली: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी आज (22 नवंबर) दिल्ली आएंगी और 25 नवंबर तक यहां रहेंगी। सूत्रों के मुताबिक तृणमूल चीफ विपक्षी नेताओं से मुलाकात कर करेंगी और 29 नवंबर से शुरू हो रहे संसद के शीतकालीन सत्र में बीजेपी से मुकाबले करने के लिए रणनीति पर बात करेंगी। ऐसा माना जा रहा है कि यह सत्र धमाकेदार होने वाला है। इसमें तीन कृषि कानून रद्द करने को लेकर चर्चा होगी। ये तीन कृषि कानून पिछले साल संसद में हंगामे के बीच पास हुआ था। किसानों के 15 महीने के उग्र विरोध के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 20 नवंबर को कहा कि तीनों कानूनों को रद्द कर दिया जाएगा। उम्मीद है संसद के इस सत्र में कानूनों को खत्म करने की औपचारिक प्रक्रिया पूरी हो जाएगी।
ममता बनर्जी ने ट्वीट किया कि हर एक किसान को हार्दिक बधाई। उन्होंने जान गंवाने वाले किसानों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की, और प्रदर्शनकारियों के साथ की गई "क्रूरता" के लिए बीजेपी पर निशाना साधा। समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक ममता बनर्जी प्रधानमंत्री मोदी से भी मिल सकती हैं। दोनों के बीच बीएसएफ के अधिकार क्षेत्र में वृद्धि जैसे मुद्दों पर बातचीत होने की उम्मीद है।
पिछले महीने ममता ने इस विषय पर पीएम मोदी को लिखा और इसे देश के संघीय ढांचे में हस्तक्षेप करने की कोशिश बताया। केंद्र ने बंगाल, पंजाब और असम में अंतरराष्ट्रीय सीमा से बीएसएफ के अधिकार क्षेत्र को बढ़ाकर 50 किलोमीटर कर दिया था, जिसकी पहले दो राज्यों ने कड़ी आलोचना की थी। असम में बीजेपी का शासन है। पंजाब, जहां कांग्रेस सत्ता में है, अगले साल चुनाव होगा।
आखिरी बार ममता जुलाई में दिल्ली आई थीं। अप्रैल-मई बंगाल चुनाव में बीजेपी पर तृणमूल की शानदार जीत के बाद से यह देश राजधानी की उनकी पहली यात्रा थी। तब भी विपक्षी एकता एजेंडे में थी। बंगाल के मुख्यमंत्री ने पहले कांग्रेस के पी चिदंबरम और एनसीपी प्रमुख शरद पवार, शिवसेना की प्रियंका चतुर्वेदी और समाजवादी पार्टी के राम गोपाल यादव सहित शीर्ष नेताओं के बातचीत की थी।
ममता ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से भी मुलाकात की थी। राहुल गांधी भी महत्वपूर्ण बातचीत में मौजूद थे क्योंकि दोनों दलों ने 2024 के चुनावों से पहले साथ आने की बात कही थी। बनर्जी ने कहा कि हमने विपक्ष की एकता पर बातचीत की। यह बहुत अच्छी मीटिंग थी, सकारात्मक थी। बीजेपी को हराने के लिए सभी को एक साथ आने की जरुरत है। सभी को एक साथ काम करना होगा।